कोरबा: एसईसीएल ने मानिकपुर को रापाखर्रा समेत कई गांवों से जोड़ने के लिए करीब 15 साल पहले पुल बनवाया था, जो अब जर्जर हो चुका है. मरम्मत न होने की वजह से पुल पर दरारें पड़ गई हैं, जिससे लोगों को खतरा बना रहता है. SECL प्रबंधन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है.
जान हथेली पर लेकर ये जर्जर पुल पार करते हैं लोग, नहीं हो रही मरम्मत
पुल जर्जर होने और दूसरा कोई रास्ता न होने की वजह से लोग जान हथेली पर रखकर पुल पार करते हैं. SECL प्रबंधन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है.
पुल की जर्जरता से लोग परेशान
बताया जा रहा है कि यह पुल अस्थाई रुप से एसईसीएल द्वारा अपनी सुविधा के लिए बनवाया गया था. लोग लगातार इसका इस्तेमाल करते रहे और अब ये स्थिति है कि कभी भी हादसा हो सकता है. गांव के लोग दूसरा रास्ता न होने की वजह से जान हथेली पर रखकर पुल पार करते हैं.
प्रबंधन नहीं उठा रहा ठोस कदम
गांव के लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय प्रबंधन से की लेकिन अधिकारियों ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई और न ही पुल की मरम्मत कराई. ऐसे में भविष्य में बड़ी दुर्घटना घटने की आशंका बनी रहती है. इस मामले में प्रबंधन की लापरवाही से इनकार नहीं किया जा सकता है.