कोरबा:रायगढ़ और कोरबा जिले के वन मंडल के अलग-अलग क्षेत्रों में 18 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाला आक्रमक हाथी 'गणेश' अब भी वन विभाग की पकड़ से बाहर है. गणेश को ट्रैंक्यूलाइज कर रेडियो कॉलर आईडी लगाने गई टीम ने एक दूसरे हाथी को रेडियो कॉलर आईडी लगा दी. इधर अब भी गणेश जंगलों में आजाद घूम रहा है. गणेश के लिए चलाया गया ऑपरेशन अब भी सवालों के घेरे में है.
गणेश को ट्रैंक्यूलाइज करने के लिए चलाए जाने वाले ऑपरेशन को कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया है. वहीं कुमकी हाथी दुर्योधन को रेस्क्यू सेंटर वापस भेज दिया गया है और दुर्योधन को तमोर पिंगला अभ्यारम में रखा जाएगा. तीनों हाथियों को अलग जगहों पर रखा गया है. हालांकि इन तीनों हाथियों में से गणेश अभी वन विभाग की निगरानी से दूर है. गणेश को ट्रैंक्यूलाइज करने के लिए फिर से नई रणनीति तैयार की जा रही है. जिसमें महीने भर का समय लग सकता है. यही वजह है जिसके कारण तीरथ राम हाथी को फिलहाल कोरबा जिले के कुदमुरा रेंज स्थित गज दर्शन केंद्र में रखा गया है.
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