कोरबा:नगर पंचायत छुरी में हुई हत्या की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है. 22 मई की रात को इस घटना को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने 25 मई को इसका खुलासा किया है. लव ट्रायंगल को हत्या का मुख्य बताया गया. मृतक की गर्लफ्रेंड कई युवकों से बात भी करती थी. महिला के दूसरे आशिक ने उसके 15 साल पुराने बॉयफ्रेंड को रास्ते से हटाने के लिए हत्या का प्लान बनाया और सुभाष देवांगन की खौफनाक हत्या कर दी. मंगलवार की सुबह ग्रामीणों को सड़क पर खून से लथपथ लाश दिखी. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने जांच शुरू की. साइबर सेल से मृतक और उसकी प्रेमिका का कॉल रिकॉर्ड निकलवाया गया. मामला कटघोरा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत छुरी का है.
लव ट्रायंगल बना हत्या का कारण:पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि सुभाष देवांगन का छूरी की एक महिला से प्रेम संबंध था. यह प्रेम संबंध 15 साल पुराना था. सुभाष देवांगन की प्रेमिका दूसरे युवक यानी आरोपी बलराम साहू से भी बात करती थी. लेकिन उससे मिलती नहीं थी. आरोपी बलराम को सुभाष के साथ महिला का यह प्रेम संबंध पसंद नहीं था. वह किसी भी कीमत पर महिला को हासिल करना चाहता था. इसके लिए उसने सुभाष को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाई. आरोपी ने इसके लिए सुनियोजित तरीके से मौका पाकर सुभाष की बेरहमी से हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
"आरोपी बलराम साहू मूलतः जांजगीर चाम्पा का है, जो फिलहाल बजरंग चौक छुरी में निवासरत है. उसी ने हमें बताया कि गांव की एक महिला से बहुत प्यार करता था. लेकिन वह महिला सुभाष देवांगन से प्यार करती थी. उसे अपने पति जैसा मानती थी. लेकिन वह महिला आरोपी बलराम साहू से भी मोबाइल फोन के जरिए से बात करती थी. लेकिन मिलने से लगातार इंकार कर रही थी. आरोपी बलराम साहू किसी भी कीमत पर महिला को हासिल करना चाहता था. इसलिए उसने सुभाष देवांगन को जान से मार देने की योजना बनाई."-रॉबिंसन गुड़िया, सीएसपी दर्री
ये है लव ट्रायंगल में हत्या की पूरी कहानी:ग्राम पंचायत छूरी में झोरा घाट जाने वाले रास्ते के पास पुराने कोसा दफ्तर के पीछे 23 मई को सुभाष की लाश मिली थी. सुभाष देवांगन के सिर पर हथियार से जानलेवा हमला कर उसकी हत्या कर कर दी गई थी. पुलिस अलग-अलग एंगल से जांच कर रही थी, जिसमें लव ट्रायंगल का एंगल सबसे प्रमुख था. पुलिस को यह पता चला कि सुभाष का छूरी की एक महिला से 15 साल पुराना प्रेम संबंध है. महिला के घर वालों को भी इस विषय में जानकारी है. सुभाष उससे नियमित तौर पर मिलने आता रहता है. कटघोरा और सायबर सेल ने मिलकर संयुक्त तौर पर मामले की जांच शुरू की. तब पुलिस को यह पता चला कि महिला सुभाष के अलावा दूसरे युवक से भी बातचीत करती है. कई लोगों के बयान और प्रूफ के आधार पर पुलिस ने बलराम साहू को हिरासत में लिया. कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया.