कोरबा: सीतामढ़ी में हत्या की जघन्य घटना ने सभी को सकते में डाल दिया है. नशेड़ियों की भीड़ ने आधी रात 26 साल के कृष्णा यादव को तलवार, रोड और लाठी, डंडे से पीटकर मार डाला. मृतक कृष्णा परिवार के 5 भाइयों में सबसे बड़ा था जोकि अपने परिवार के मुखिया की तरह था. कृष्णा ना सिर्फ परिवार बल्कि मोहल्लेवासियों का भी लाडला था. कृष्णा का मिलनसार व्यक्तित्व सभी को अपनी आकर्षित करता था.
यही कारण है कि देर रात नृशंस हत्या के बाद जब दोपहर उसका शव जब घर पहुंचा, तब घरवालों के साथ ही पूरा मोहल्ला कृष्णा के शव से लिपट कर रो रहा था. रोने की आवाज से पूरा मोहल्ला गूंज उठा. नगर निगम के वार्ड नंबर 7, गोकुल गंज मोहल्ले में कृष्णा की मौत के बाद अब मातम पसरा हुआ है. परिवार ने कृष्णा को अंतिम विदाई दे दी है. "कृष्णा के पिता गणेश अब सिर्फ इतना कह रहे हैं, कि मेरे बेटे को जिन्होंने इतने नृशंस तरीके से मारा है. उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए. मुझे न्याय चाहिए." korba murdered News
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यहां से शुरू हुआ विवाद जो बना नृशंस हत्या का कारण :मृतक कृष्णा के पिता गणेश ने बताया कि "मोतीसागर के लड़के जोकि 35 से 40 को संख्या में थे. गाली गलौज करते हुए घर के बाहर से ही तोड़फोड़ शुरू कर दी. उनका पुराना झगड़ा मेरे दूसरे नंबर के बेटे नितेश के साथ था. भीड़ घर के दरवाजे को पीट रही थी. इसी दौरान मैंने बड़े बेटे कृष्णा को फोन लगाया और घटना की जानकारी देकर कहा कि तू अभी घर मत आना, और आना ही हो तो पुलिस के साथ आना. किसी भी सूरत में घर अकेले मत आना. बड़ा बेटा ही घर का मुखिया था. इतने में भीड़ ने घर के छत की शीट को भी तोड़ा, स्कूटी में तोड़फोड़ की पालतू कुत्ते को भी जान से मार दिया.
मेरे फोन करने के लगभग 20 मिनट बाद कृष्णा अपनी स्कूटी से अकेले ही घर आ गया. घर के बाहर नशेड़ियों की भीड़ थी. वह घर मे घुसकर तोड़फोड़ लर रहे थे, इतने में कृष्णा के पहुंचते ही उन्होंने कृष्णा को पकड़ लिया, लाठी-डंडे और तलवार से मेरे बेटे को जान से मार दिया. कृष्णा के गर्दन के पीछे तलवार से वार का गहरा निशान है. उसकी नृशंस हत्या कर दी. छोटे बेटे रिंकू को भी बीच-बचाव में चोट आई है. इसके बाद सभी वहां से भाग गए, हम कृष्णा को लेकर अस्पताल गए. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया."
सीतामढ़ी में हत्या की जघन्य घटना नशे की लत और पुलिस की निष्क्रियता बनी इस वारदात का कारण :संतोष ने बताया कि "छोटी बात से शुरू हुआ झगड़ा आज इतनी बड़ी वारदात का कारण बन गया. घटना के मुख्य आरोपी पिंटू बेलदार और उसका बड़ा भाई राहुल बेलदार हर तरह ले नशे के आदी हैं. इस विषय में मैंने कई बार पुलिस को लिखित आवेदन भी दिया है. मेरे वार्ड के कुछ स्थानों में अवैध शराब, गांजा, नशीले टेबलेट की बिक्री होती है. जिसे खाकर युवा बेकाबू हो जाते हैं. इसके कारण ही आज इतनी बड़ी वारदात हुई है.
कुछ दिन पहले ही नितेश और पिंटू का विवाद हुआ था. लेकिन जब इन्होंने कृष्णा को सामने पाया तो उसे जान से मार दिया. यह भी बड़ा सवाल है कि 25 से 30 से भी ज्यादा लोग मुख्य रोड पर लगभग 1 किलोमीटर तक गाली गलौज करते हुए हथियार से लैस होकर मोहल्ले में घर तक पहुंच जाते हैं. उन्हें कोई रोकता तक नहीं. हम लोग भी अपने घर में तो भाग गए थे. निश्चित तौर पर कानून व्यवस्था व पुलिस गश्त मुस्तैद होता तो इस वारदात को रोका जा सकता था.
5 नाबालिगों सहित 17 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार:पुलिस का दावा है कि हत्या में शामिल सभी 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. शहर में इनकी परेड भी कराई है. आरोपियों में 5 नाबालिग भी शामिल हैं. हत्या में मुख्य भूमिका मोतीसागरपारा निवासी पिंटू बेलदार की बताई जा रही है. जिसके साथ राकेश, चिन्ना मद्रासी, भुनेश्वर साहू, राहुल बेलदार, आकाश सागर, अनिकेत, पिंटू, चिकि पांडे, उपदेश उर्फ उदेश, संदीप यादव और राजेंद्र को गिरफ्तार किया है. इन सभी आरोपियों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच है. जबकि इन 12 लोगों के अलावा 5 नाबालिगों को भी पुलिस ने हत्या के इस मामले में आरोपी बनाया है. जिनकी उम्र लगभग 17 साल के आसपास है.
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा :इस मामले में कोतवाली टीआई राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि 'घटना में शामिल सभी 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. शहर में उनकी परेड भी निकाली गई थी. आरोपियों में 5 नाबालिग भी शामिल हैं. सभी को रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया जा रहा है. फरार अन्य आरोपी की विवेचना जारी है. जो भी अन्य तथ्य सामने आएंगे. उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. घटना में प्रयुक्त किए गए तलवार, रोड लाठी-डंडों को भी जब्त किया गया है.