कोरबा: जिले में ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. गार्बेज फ्री सिटी (Korba won the Garbage Free City Award) का अवॉर्ड जीतने के बाद भी शहर में लगे कचरे के ढेर की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी. शहर के बीचोबीच टीपी नगर जोन (Indira Gandhi Stadium in TP Nagar Zone) में मौजूद जोन कार्यालय और इंदिरा गांधी स्टेडियम के पीछे डंपिंग यार्ड की तरह कचरे के ढेर की खबर प्रसारित होने के बाद निगम अमले ने इस पर तत्काल संज्ञान लिया. स्टेडियम परिसर में अभियान चलाकर कचरे के ढेर की सफाई कर दी गई है. हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी स्वच्छता रैंकिंग में गार्बेज फ्री सिटी कैटेगरी में कोरबा नगर पालिक निगम को 3 स्टार मिले थे. शहर के बीचोबीच लगे कचरे के ढेर से निगम की साख खराब हो रही थी, लेकिन अब इसे हटा दिया गया है. जिससे कि गार्बेज फ्री सिटी की परिकल्पना साकार होगी.
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पहले यहां लगा रहता था कचरे का ढेर
पूर्व में स्टेडियम परिसर के पीछे कचरा संग्रहण और सेग्रिगेशन का काम चलता था, लेकिन बीते कुछ समय पहले ही इस केंद्र को टीपी नगर जोन के ही पंप हाउस में शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन यहां से कचरे को हटाया नहीं जा सका था. पहले भी यहां कुछ कचरे का ढेर लगा हुआ था. निगम के अधिकारियों से बचकर सफाई के कार्य में लगे ठेकेदारों ने यहां नियमित तौर पर कचरा डंप करना शुरू कर दिया. जिससे कि कचरे का ढेर बढ़ता चला गया और स्टेडियम परिसर के पीछे का इलाका अघोषित डंपिंग यार्ड के रूप में परिवर्तित हो गया.
स्टेडियम परिसर से हटाया गया कचरा ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होते ही निगम अमले ने इसे तत्काल अपने संज्ञान में लेकर सफाई अभियान चलाया और स्टेडियम परिसर को कचरा मुक्त किया. आयुक्त के निर्देश पर मौके पर पहुंचे स्वच्छता अधिकारी स्टेडियम परिसर में कचरे का ढेर लगे होने की सूचना के बाद नगर पालिका निगम के आयुक्त कुलदीप शर्मा ने स्वयं मौके का मुआयना किया. इसके बाद निगम के स्वच्छता अधिकारी संजय तिवारी को निर्देश दिए कि यहां तत्काल वृहद पैमाने पर अभियान चलाकर कचरे का उचित निपटारा किया जाए.
प्लास्टिक के कचरे को भेजेंगे सीमेंट प्लांट
कचरे को पृथक करने के बाद जो प्लास्टिक व ज्वलनशील कचरे हैं. उनके शत प्रतिशत निपटारे के लिए निगम ने एक निजी एजेंसी से अनुबंध किया है. जिसके जरिए यह कचरा सीधे सीमेंट फैक्ट्रियों को सप्लाई किया जाता है, जो कि इसे जलाकर ऊर्जा पैदा करते हैं. जो प्लास्टिक स्टेडियम परिसर में मौजूद है. निगम अधिकारियों ने बताया कि इसका अनुबंध भी हो चुका है. जल्द ही इसे सीमेंट फैक्ट्री को भेज दिया जाएगा.