कोरबा: कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने एक बार फिर सरकार के साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी चिंता में डाल दिया है. होली के ठीक 1 दिन बाद 30 मार्च को जिले में रिकॉर्ड 104 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. कुछ समय पहले कोरोना की रफ्तार थम सी गई थी. इस बीच जिले में निजी अस्पतालों की ओर से संचालित कोविड केयर सेंटर पूरी तरह से बंद कर दिए गए थे. फिलहाल सिर्फ सरकारी अस्पताल में ही कोरोना मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है. जहां मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है.
सरकारी अस्पताल में फ्री इलाज
स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि निजी कोविड केयर संचालित करने के लिए अब तक उन्हें कोई आवेदन नहीं मिला है. यदि आवेदन मिलता है, तो उन्हें दोबारा शुरू किया जा सकता है. फिलहाल सिर्फ सरकारी अस्पताल में ही कोरोना मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. व्यवस्थाएं पूरी तरह से दुरुस्त हैं.
ESIC अस्पताल में किया जा रहा इलाज
कोरोना काल के शुरुआती दौर में ही जिले में मौजूद डींगापुर स्थित ईएसआईसी अस्पताल को कोविड हॉस्पिटल में परिवर्तित कर दिया गया था. यह व्यवस्था अब भी जारी है. यहां बेड की संख्या 140 है. वर्तमान में जिले के कोविड अस्पताल में 58 मरीज भर्ती हैं. जिनका इलाज किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना के 3,108 नए केस, 29 मौतों से मचा हड़कंप
700 बेड की अतिरिक्त व्यवस्था है मौजूद
ईएसआईसी अस्पताल के अलावा एसिंप्टोमेटिक मरीजों के लिए मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित सीपेट में प्रशासन ने 700 बेड वाले कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था भी बनाई थी. यदि मरीजों की संख्या में इजाफा होता है, तो यहां 700 बेड भी तैयार हैं. जहां मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा सकता है.
तेजी से बढ़ रही तादाद, सुरक्षा जरूरी
मरीजों की तादाद में एक बार फिर तेजी से इजाफा हो रहा है. सोमवार को 100 से अधिक मरीज पॉजिटिव पाए गए थे. मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग चिंता बढ़ा दी है. अधिकारी लगातार लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. जानकार का कहना है कि कोरोना वायरस का मौजूदा संक्रमण पिछले साल के संक्रमण की तुलना ज्यादा तेजी से फैल रहा है. इसलिए ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.