हाथियों के दस्तक से लोगों में डर कोरबा:कोरबा वन मंडल में एक बार फिर हाथियों के दस्तक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. कोरबा वन मंडल के पसरखेत वन परिक्षेत्र में 24 हाथियों के दल को देखा गया है. हाथियों के आने से लोग काफी डरे हुए हैं. इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदूपत्ता संग्रहण का काम चल रहा है. देर रात हाथियों के दल के आने से कचांदी और ढेंगुर फड़ में तेंदूपत्ता संग्रहण बंद करा दिया गया है.
चारे-पानी की तलाश में भटक रहे हाथी:कोरबा और कटघोरा वन परिक्षेत्र में हाथियों का दल घूम रहा है. जंगल में चारा और पानी की कमी होने के कारण हाथियों का दल यहां वहां भटक रहा है. अधिकतर हाथियों के दल अब ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पहुंच रहे हैं. हाथियों का एक दल चांदी और ढेंगुर के जंगल में घूम रहा है, जबकि दूसरा दल बालको के दूधीटांगर जंगल में ठहरा हुआ है.
तेंदूपत्ता संग्रहण का काम पड़ ठप:कोरबा वन विभाग के अनुसार सोमवार को हाथियों का दल धरमजयगढ़ की ओर से पहुंचा है. दल में हाथी के दो बच्चे भी शामिल हैं. कोरबा वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है. 8 मई से कोरबा वन विभाग ने सभी वन परिक्षेत्रों में तेंदूपत्ता संग्रहण की अनुमति दे दी है. लेकिन हाथियों के आने के कारण तेंदूपत्ता संग्रहण का काम रुक गया है.
"हाथियों का दल सघन वन क्षेत्र में होने से आसपास के गांवों में तेंदूपत्ता फड़ बंद कराने की नौबत नहीं आई है. लेकिन संवेदनशील क्षेत्रों में काम बंद करने को जरूर कहा गया है."- जयंत सरकार, वन परिक्षेत्र अधिकारी
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ग्रामीणों को दी गई सख्त हिदायत:वन विभाग की ओर से ग्रामाणों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे घने जंगलों की ओर न जाएं. पसान वन परिक्षेत्र में हाथी के बाद अब तेंदुए की उपस्थिति भी लोगों को खौफ में डाल चुकी है. शनिवार देर रात लैंगी गांव के आसपास तेंदुआ होने की जानकारी वन विभाग ने दी है.