Who Is IAS Ranu Sahu : जानिए कौन है आईएएस रानू साहू, जिन्हें छत्तीसगढ़ कोल घोटाले में ईडी ने किया गिरफ्तार
Know Who Is IAS Ranu Sahu छत्तीसगढ़ कोल लेवी स्कैम में शनिवार को आईएएस रानू साहू को ईडी ने गिरफ्तार किया है. आईएएस रानू साहू कई बार विवादों में रही हैं. कंट्रोवर्सी से उनका गहरा नाता रहा है. कोरबा में वह कलेक्टर के पद पर एक साल तक रहीं. इस दौरान एक साल का कार्यकाल उनके पूरे कैरियर पर भारी रहा.IAS Ranu Sahu Arrested By ED
आईएएस रानू साहू कोल लेवी स्कैम में गिरफ्तार
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Published : Jul 22, 2023, 5:37 PM IST
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Updated : Jul 22, 2023, 5:46 PM IST
आईएएस रानू साहू
कोरबा: छत्तीसगढ़ कोयला घोटाले में ईडी ने IAS रानू साहू को गिरफ्तार किया है. रानू साहू को छत्तीसगढ़ में तेज तर्रार आईएएस अफसर के तौर पर जाना जाता है. वह 2010 बैच की छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस अफसर हैं.लेकिन वह कई बार विवादों में रहीं हैं. कोरबा में वह एक साल तक कलेक्टर के पद पर कार्यरत थीं. उनके 1 साल के कार्यकाल ने उनका पूरा करियर बर्बाद कर दिया. कोरबा में 1 साल के कार्यकाल में उनका मंत्री से विवाद चरम पर रहा. भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और कई अनियमितता की चर्चाएं रहीं. इस बार ईडी ने उनके घर पर दूसरी बार छापेमार कार्रवाई की गई. फिर ईडी ने उनकी गिरफ्तारी की.
कोल लेवी स्कैम से जुड़ा आईएएस रानू साहू का नाम: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल लेवी स्कैम में उनका नाम जुड़ता रहा है. सूत्रों की माने तो कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी से उनकी करीबी रही और कोल लेवी स्कैम में उनकी प्रमुख भूमिका है. ईडी सूत्रों के मुताबिक कोरबा में कोयला परिवहन के बदले प्रति टन ₹25 की वसूली से रानू साहू का नाम जुड़ा.
कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की करीबी मानी जाती है रानू साहू: जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक जब रानू साहू कोरबा की कलेक्टर थीं. तब उनके रहते नियम विरुद्ध कोयला परिवहन में लेवी वसूली और कोयला चोरी की खबरों ने खूब सुर्खियां बटोरी.इस दरमियान सूर्यकांत तिवारी का भी कोरबा आना जाना लगा रहा. खनिज न्यास फंड में अनियमितताएं और इस तरह की कई गड़बड़ियों में रानू साहू का नाम उछलता रहा. रानू साहू, सूर्यकांत तिवारी की करीबी मानी जाती हैं. स्थानीय विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के साथ उनका टकराव खुलकर सामने आया. मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एक बयान दिया था कि, रानू साहू छत्तीसगढ़ की सबसे भ्रष्ट कलेक्टर हैं.
रानू साहू का कोरबा से रायगढ़ हुआ था तबादला: रानू साहू जितने भी दिन कोरबा में रहीं. उनकी राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से नहीं बनी. मंत्री और कलेक्टर के मध्य टकराव ने प्रदेश भर में सुर्खियां बटोरी. कोरबा में तैनाती के 1 साल और 1 महीने के बाद रानू साहू का तबादला 28 जून 2022 को रायगढ़ कर दिया गया. रायगढ़ कलेक्टर रहते हुए उनके निवास पर ईडी के छापे पड़े. इसके बाद उन्हें रायगढ़ से हटाया गया. फिर उन्हें रायपुर मंत्रालय में अहम जिम्मेदारी दी गई. अब बीते 21 जुलाई को छापेमार कार्रवाई के बाद 22 जुलाई को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है.
पढ़ाई लिखाई में कैसी रहीं हैं रानू साहू: रानू साहू की शिक्षा की बात करें तो वह बचपन से पढ़ाई में काफी तेज तर्रार स्टूडेंट रहीं हैं. उनका जन्म गरियाबंद के पांडुका में हुआ था. वह स्कूली शिक्षा से ही ब्राइट स्टूडेंट रही हैं. कॉलेज की पढ़ाई के बाद रानू साहू ने साल 2005 में राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा दी थी. जिसके तहत वह डीएसपी बनीं. फिर उसके बाद वह साल 2010 में आईएएस चुनीं गईं.उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर ही मिला. वह कांकेर जिले में कलेक्टर रहीं. इसके बाद उन्हें 5 जून 2021 को कोरबा जिले का कलेक्टर बनाकर भेजा गया. फिर रायगढ़ की कलेक्टर बनीं उसके बाद रायपुर मंत्रालय में उन्होंने काम किया.