कोरबा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप जिला स्तर पर गांव और शहरों में "सरकार तुंहर द्वार" द्वार योजना के तहत शिविरों (Government Tuhar Dwar Camp in Korba ) का आयोजन किया जा रहा है. प्रशासन के अलग-अलग विभाग एक शिविर में मौजूद होते हैं. जहां आवेदन लेकर लोगों के समस्याओं का निराकरण का प्रयास होता है. बुधवार को शहर के विद्युत गृह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिविर का आयोजन किया गया था. जहां मंत्री जयसिंह अग्रवाल मैदानी अमले पर सवाल खड़े किए और कहा कि उच्च अधिकारियों के दबाव में एसडीएम, तहसीलदार और पटवारी स्तर के कर्मचारी, अधिकारी गलत काम कर जाते हैं. यदि ऐसी शिकायत मिली तो उनको अंजाम भुगतना होगा.
क्या कहा मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने:दरअसल, बीते कुछ समय से मंत्र राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और कलेक्टर रानू साहू के बीच (relation between Minister Jai Singh Aggarwal and Collector Ranu Sahu) कुछ ठीक नहीं चल रहा. अग्रवाल पहले भी कलेक्टर की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर चुके हैं. बुधवार को शिविर में भी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पहले तो मंच से कहा कि "सरकार की योजना है गरीबों को पट्टा बांटा जाए, इस काम में यदि कोई वसूली करता हुआ पाया गया. फिर चाहे वह पटवारी, आराई या तहसीलदार ही क्यों ना हो? उसे 24 घंटे के अंदर में सस्पेंड कर दूंगा... मैंने यह ठान लिया है.
जो भटक गए हैं उन्हें सही रास्ते पर आने को कहा :मंच से नीचे उतरने के बाद मीडिया से मुखातिब हो मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि "इंदिरा गांधी जब देश की प्रधानमंत्री थी. तब उन्होंने पट्टा बांटने का काम शुरू किया था.अब यह छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना है.राजस्व अमले को अपने मूल काम पर फोकस करना चाहिए उन्हें भटकना नहीं चाहिए. उच्चाधिकारियों के दबाव में कई बार एसडीएम, तहसीलदार और पटवारी जैसे अधिकारी कर्मचारी भटक जाते हैं. वह काम कर रहे हैं, तो पेंडेंसी क्यों है? जनता के काम पेंडिंग नहीं होने चाहिए. कुछ लोग गलत रास्ते पर चले गए हैं, उन्हें मैंने समझाईश दी है कि, वह सही रास्ते पर आ जाएं. यदि कोई गलत काम करते हुए पाए गए तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.