कोरबा: किसानों से जुड़ी अहम जानकारी तय समय के भीतर नहीं जुटा पाने के मामले में कटघोरा SDM और कृषि विभाग के अफसरों में ठन गई है. ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने SDM कटघोरा पर बेइज्जत कर समीक्षा बैठक से बाहर कर देने का आरोप लगाया है. तो दूसरी तरफ SDM की ओर से इस मामले में अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
पूरा मामला कटघोरा अनुभाग का है. प्राप्त जानकारी के अनुसार SDM, कटघोरा सूर्य किरण तिवारी की बुलाई गई बैठक में उस समय बवाल हो गया जब SDM ने अभद्रता करते हुए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को बीच बैठक में कमरे से बाहर चले जाने को कह दिया.
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि 'कटघोरा SDM सूर्य किरण की ओर से महिलाओं से अभद्र व्यवहार करते हुए पूछा गया कि शाम 5:30 बजे के बाद की बैठक में किसको परेशानी है. इस पर साक्षी वर्मा ने कहा कि 'सभी महिलाओं को परेशानी है. रात ज्यादा होने पर सुरक्षा की दृष्टि से अकेले जाना ठीक नहीं है'.
कलेक्टर को दी मामले की जानकारी
इस पर SDM भड़क उठी और 24 घंटे काम करना पड़ेगा कहते हुए बैठक से बाहर अधिकारियों को बाहर कर दिया गया. इस संबंध में ग्राम कृषि विस्तार अधिकारी संघ ने कलेक्टर को पत्र लिखकर संपूर्ण घटना की जानकारी देते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है.
क्यों आया SDM को गुस्सा
SDM कटघोरा ने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनाए जाने की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक रखी थी. दरअसल, KCC के लिए कृषि विभाग के साथ ही राजस्व और जनपद के कर्मचारियों को भी संयुक्त तौर पर काम करना पड़ता है. आपस में समन्वय नहीं होने पर इस कार्य में लगातार विलंब हो रहा है. केसीसी के आधार पर ही किसानों को लोन जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं. यह किसानों के लिए बेहद आवश्यक होता है.
कहीं दबाव का असर तो नहीं !
छत्तीसगढ़ में किसानों को बोनस देने और अन्य मामलों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरती रही है. उच्च अधिकारियों पर भी किसान से जुड़े कार्यों पर राजनैतिक दबाव है. यह दबाव का ही असर है, जिसके कारण अब उच्चाधिकारियों और मैदानी अमले के बीच टकराव खुलकर सामने आने लगे हैं.