कोरबा: देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) का काम तेजी से चल रहा है. लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही है. वहीं दूसरी ओर कुछ लोग आपदा को अवसर में बदलने में जुटे हुए हैं. कोरबा जिले के सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉ. अशोक मखीजा (dr. ashok makhija) का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वो अपने क्लीनिक में लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. प्रशासन ने जांच के बाद डॉ. मखीजा को पद से हटा दिया है. वहीं क्लीनिक को भी सील कर दिया है.
क्लीनिक में कोरोना वैक्सीन लगाने का आरोप
कोरबा में एक सरकारी डॉक्टर कोरोना की वैक्सीन अपने निजी क्लीनिक में छह सौ रुपए लेकर लोगों को लगा रहा है. जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है. जिसके बाद मामला लोगों की नजर में आया. कोरबा जिले में कोविड वैक्सीन की कमी है, वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर का पैसे लेकर वैक्सीन लगाना व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मामला सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक मखीजा (dr. ashok makhija) की सेवाएं समाप्त कर दी है.
पैसे लेकर क्लीनिक में लगाई जा रही थी वैक्सीन
डॉ. अशोक मखीजा पर अपने निजी क्लीनिक में पैसे लेकर लोगों को वैक्सीन लगाने का आरोप लगा था. कोरबा एसडीएम सुनील नायक ने इसकी जांच की और आरोपों की पुष्टि होने पर कलेक्टर रानू साहू ने रविवार को छुट्टी के दिन ही चिकित्सक पर बड़ी कार्रवाई की है.
ये है पूरा मामला
डॉक्टर अशोक मखीजा डीएमएफ मद से जिले के स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर अपनी सेवाएं दे रहे थे. उनकी नियुक्ति पुराने शहर के रानी धनराज कुंवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में की गई थी. जहां वह शिशु रोग विशेषज्ञ के तौर पर अपनी सेवाएं ओपीडी में दे रहे थे. सरकारी विभाग में सांठगांठ कर वैक्सीन की किल्लत होने के बावजूद मखीजा आश्चर्यजनक रूप से वैक्सीन लोगों को उपलब्ध करवा रहे थे. सूचना यह भी है कि रसूखदार लोगों को वैक्सीन की घर पहुंच सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही थी.