कोंडागांव:रमन सरकार की महत्वकांक्षी योजना रही चिरायु आज जिले के 100 से अधिक बच्चों के लिए नया जीवन लेकर आई है. इस योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग अबतक हृदय से संबंधित रोगों से ग्रसित कई बच्चों का इलाज किया जा चुका है.
चिरायु योजना ने लौटाई मासूमों के चेहरे की हंसी
स्वास्थ्य विभाग जिले के गांव-गांव में पहुंचकर कैंप लगा कर अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित बच्चों की काउंसलिंग कर अच्छी और निशुक्ल स्वास्थ्य सुविधा दिलाने में मदद करता है.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के जरिए स्वास्थ्य विभाग जिले के गांव-गांव में पहुंचकर कैंप लगा रहा है. यहां विभाग ऐसे बच्चों की काउंसलिंग करता है जो हार्ट डिजीज, क्बल फुट, क्लेफ्ट लिप और बर्न कांट्रेक्टर बीमारी से जुझ रहे हैं. जिला अस्पताल से लेकर प्रदेश के बड़े अस्पतालों में भी इन बच्चों का इलाज कराया जाता है.
डॉक्टर आशीष मसीह बताते हैं कि इस योजना के जरिए अब तक जिले के तकरीबन 100 से 200 बच्चों का इलाज कराया जा चुका है. काउंसलिंग किए बच्चों को शासन द्वारा चयनित अस्पताल में लेकर जाया जाता है. अभी वर्तमान में विभाग जिले के 6 बच्चों को बेहतर इलाज के लिए राजधानी लेकर जा रहा है. यहां 2 बच्चों के हृदय रोग की, 3 बच्चों की बर्न कांट्रेक्चर और 1 बच्चे के क्लब फुट का इलाज कराया जाएगा.