कोंडागांव : विकासखंड के प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में मध्यान्ह भोजन में अंडा उपलब्ध ना होने का मामला सामने आया है. इसके लिए ग्राम स्वास्थ्य समिति सदस्यों और मितानिनों ने मोर्चा खोल दिया है.
कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से सरकार ने बच्चों में कुपोषण को दूर करने और उचित पोषण देने का बीड़ा उठाया था. इसके लिए मिड डे मील में सरकार ने अंडा देना अनिवार्य किया था. लेकिन विकासखंड के 91 प्राथमिक शालाओं में अंडा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. जबकि शासन की ओर से सभी प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में सप्ताह में 2 दिन अंडा देने के लिए आदेश जारी हुआ था.
मितानिनों ने सौंपा ज्ञापन मेन्यू चार्ट से गायब हुआ अंडा
मध्यान्ह भोजन में अंडा देने के लिए 15 जनवरी 2019 को कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को सचिव छत्तीसगढ़ शासन, स्कूल शिक्षा विभाग से आदेश जारी हुआ था. लेकिन वर्तमान में 212 प्राथमिक शालाओं में सप्ताह में 1 दिन उबला अंडा दिया जा रहा है. वहीं माध्यमिक शालाओं में अंडा वितरण की शुरुआत ही नहीं हुई है, जिसके कारण बच्चों को मेन्यू चार्ट के अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है.
मितानिनों ने सौंपा ज्ञापन रैली निकालकर की अंडा उपलब्ध कराने की मांग
बच्चों के मैन्यू चार्ट से अंडा गायब होने को लेकर ग्राम स्वास्थ्य समिति के सदस्य और मिताननों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रैली निकाली है. रैली के माध्यम से विकासखंड शिक्षा अधिकारी को मध्यान्ह भोजन में सप्ताह में 2 दिन अंडा उपलब्ध कराने के लिए ज्ञापन सौंपा है. रैली में विकासखंड कोंडागांव के अलग-अलग क्षेत्रों से लगभग 250 ग्राम स्वास्थ्य समिति सदस्य और मितानिनों ने रैली में हिस्सा लिया. उन्होंने मध्यान भोजन में सप्ताह में 2 दिन अंडा दिलाने, मेन्यू चार्ट से अंडा गायब होने और उसकी उपलब्धता कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
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पहले भी हुई थी शिकायत
बता दें कि इससे पहले भी अप्रैल 2019 में जिला शिक्षा अधिकारी कोंडागांव को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा गया था. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसे देखते हुए समस्त ग्राम स्वास्थ्य समिति सदस्यों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर बीईओ कोंडागांव को ज्ञापन सौंपा है.