कोंडागांव :छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं. कोंडागांव से बीजेपी प्रत्याशी लता उसेंडी डोर टू डोर प्रचार कर रही हैं. ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की है. इस दौरान लता उसेंडी ने मोहन मरकाम को उनके साथ फील्ड में जाकर विकास दिखाने का चैलेंज किया है.
Lata Usendi Challenge Mohan Markam : कोंडागांव में कहां हुआ है विकास,साथ चलकर दिखाएं मोहन मरकाम : लता उसेंडी - Kondagaon Assembly Seat
Lata Usendi Challenge Mohan Markam कोंडागांव विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी लता उसेंडी ने मौजूदा कांग्रेस विधायक और प्रत्याशी मोहन मरकाम को खुला चैलेंज दिया है.ईटीवी भारत से हुई खास बातचीज में लता उसेंडी ने मोहन मरकाम को विधानसभा क्षेत्र में विकास दिखाने की चुनौती दी है.Kondagaon Election News
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Oct 31, 2023, 9:06 PM IST
|Updated : Oct 31, 2023, 9:20 PM IST
सवाल: किन-किन मुद्दों को लेकर आप जनता से वोट मांग रही हैं?
जवाब: मुख्य विषय जो है वह विकास का है. विकास युक्त कोंडागांव बनाना है. क्योंकि जिस तरह से पिछले 10 साल में कोंडागांव विधानसभा का विकास थम गया है. लोग त्रस्त हो गए हैं परेशान हैं. भ्रष्टाचार युक्त सरकार कोंडागांव में चल रहा है. फरेबी युक्त सरकार कोंडागांव में चल रहा है. झूठ का एक पुलिंदा है. जहां शहर में जाओ तो मोहन मरकाम ने जिस तरह से कोंडागांव के लोगों को छला है. आज कोंडागांव की जनता सतर्क हो गई है और बीजेपी के पक्ष में है.
सवाल : कांग्रेस ने आठ घोषणाएं कर दी हैं उसके जवाब में बीजेपी क्या घोषणा कर रही है?
जवाब : मैं विधायक जी को चैलेंज करती हूं कि वह आए मेरे साथ चले गांव में घूमें. जो उनकी घोषणाएं हैं. आज तेंदूपत्ता का पैसा किसी को नहीं मिला है. जिस तरह से आपकी खरीदी की पॉलिसी है लोग त्रस्त हैं. कई गांव ऐसे हैं जहां पर लोग तेंदूपत्ता तोड़ना ही बंद कर दिए हैं. उनकी गलत नीतियों की वजह से. जो उनकी पांच घोषणाएं हैं वह सिर्फ फरेब है. आप देखिए KG से PG तक की बात उन्होंने की है यहां तो निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था है. कौन सी व्यवस्था की बात यह कर रहे हैं हमको समझ नहीं आ रहा है. पिछली बार घोषणा पत्र के कारण जीत गए थे तो अब इनके पास कुछ बचा ही नहीं है. जिस तरह की पांच घोषणाएं हैं उनमें कोई दम नहीं है.
सवाल : किसानों के कर्ज माफी का स्टंट कांग्रेस खेल रही है इस पर क्या राय है आपकी?
जवाब :यह कर्ज माफी केवल चुनावी साल के लिए होता है. इसके बाद भी देखेंगे तो कुछ ही किसानों का कर्ज माफ होता है. बाकी कई किसानों का कर्ज माफ भी नहीं होता तो लोग भी समझ गए हैं कि किस तरह बेवकूफ बनाकर धान खरीदी कर रहे हैं. एक तरफ किसानों का कर्ज माफ तो दूसरी तरफ घंटा-घंटा तीन-तीन दिन लोग अपने 5-10 हजार लेने के लिए लाइन में खड़े रहना पड़ता है. ऐसे लगता है जैसे की उधारी लेने आए हैं. विथड्रॉल फॉर्म लेकर लोग खड़े रहते हैं. बोरा नहीं दे पा रहे हैं लोग त्रस्त हैं तो यह सिर्फ गुमराह करके एक विषय को उन्होंने स्प्रेड करके लोगों से फायदा ले लिया है. अब लोग समझ गए हैं अब उस झांसे में नहीं आएंगे.
सवाल : खूबचंद बघेल योजना के तहत कांग्रेस ने गरीबों को 5 लाख की जगह 10 लाख और अन्य लोगों को 50000 की जगह 5 लाख देने का भी घोषणा किया है इसे किस तरह देखते हैं?
जवाब : 5 लाख तो आयुष्मान भारत कार्ड में मिल रहा है जो कि केंद्र सरकार की योजना है. खूबचंद बघेल योजना में आज तक 20 लाख का ऐड मैं देखती रही हूं समाचार पत्रों में, टीवी में, यहां बोर्ड में, लेकिन छत्तीसगढ़ में और कोंडागांव विधानसभा में ऐसे कितने लोग हैं जिन्होंने खूबचंद बघेल कार्ड में ट्रीटमेंट करके 5 से 10 लाख रुपए उनके पीछे खर्च किए हैं. यह भी आंकड़े मोहन मरकाम जी को प्रस्तुत करना चाहिए.क्योंकि एक भी आंकड़े ऐसे नजर नहीं आता कोंडागांव में तो स्वास्थ्य बेहाल व्यवस्था है. उसके कोई दोषी है तो मोहन मरकाम जी हैं. आप हॉस्पिटल जाकर देख लीजिए कि जिस तरह त्रस्त कोंडागांव की जनता हुई है. वह मोहन मरकाम जी को भूलने वाली नहीं है और सबक सिखाने वाली है.
सवाल : क्या लगता है आपको क्या कांग्रेस केवल कर्ज माफी के दम पर सरकार बनाएगी?
जवाब : कर्ज माफी का विषय भी खत्म हो गया है. आप किसानों के पास जाइए उनसे सीधे बात करिए. अब मुद्दा नहीं रह गया है कर्ज माफी का. वह भी छलने का काम है. जिस तरीके से किसानों को छलने का काम चाहे कर्ज माफी का बात हो चाहे धान खरीदी की बात हो. जिन चीजों को इन्होंने घोषणा किया है और घोषणा के बाद जो पॉलिसी बनी है और उसे पॉलिसी में जिस तरीके से उन्होंने परेशान किया है उससे जनता सीख रही है.
सवाल : बीजेपी के मेनिफेस्टो में क्या खास हो सकता है?
जवाब : आने दीजिए मेनिफेस्टो आपको पता लग जाएगा. मेनिफेस्टो का तो ऐसा है कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो सतत लोगों की सेवा में लगी रही है. जो डेवलपमेंट विकास कार्य है. जो व्यक्तिगत मूलक व्यवस्था हो चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर की बात हो इन योजनाओं को बीजेपी लेकर आई और भरोसा जनता बीजेपी पर करती है उसका लाभ मिलेगा.
सवाल : मोहन मरकाम 10 साल विधायक थे कैसे देखते हैं उनके विकास को. क्षेत्र में क्या विकास हुआ है?
जवाब : मैं मोहन मरकाम को चैलेंज करती हूं. आप इस चुनावी दौरे में मेरे साथ चलिए और जो डेवलपमेंट की बात जो आप कहते हैं. डोंगर सिलाटी में चार-चार पत्थर रखा हुआ है आपका. और चार पत्थर रखे हैं पर काम शुरू नहीं हुआ है. 2 साल से पड़ा है. आप बाफना में एक सड़क का भूमि पूजन कर दिए. 6 महीना पहले किए वह सड़क में 2 साल तक काम शुरु नहीं हुआ. तो क्या पत्थर सिर्फ दिखाने के लिए लोगों को गुमराह करने के लिए रखे हैं.