कोंडागांव: नक्सलगढ़ और लाल आतंक के लिए जाना जाने वाला कोंडागांव जिले को महत्वाकांक्षी जिले में देशभर दूसरा स्थान मिला है. विकास के नाम पर कोंडागांव जिले ने उपलब्धि हासिल की है. हालांकि खेल के क्षेत्र में प्रशासन की लापरवाही के कारण जिले के प्रतिभावान खिलाड़ी थोड़ा पिछड़ते भी नजर आये.
नीति आयोग ने देश भर के अत्यंत पिछड़े 115 जिलों का तेजी से विकास करने के लिए महत्वाकांक्षी जिलों के रूप में चयन किया था. इन जिलों में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और सिंचाई, बैंकिंग सुविधा, कौशल विकास और अधोसंरचना विकास कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए काम करना था.
विकास के लिए दिया गया 5 करोड़ रुपये
इसके लिए आयोग ने कोंडागांव को मार्च 2019 में 5 करोड़ रुपये की राशि से पुरस्कृत किया था. हालांकि इन तमाम उपलब्धियों के बाद भी जिले के प्रतिभावान खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में पिछड़ रहे थे, लेकिन जिले में तैनात आटीबीपी के जवानों ने जिले को खेल के क्षेत्र में भी बड़ी उपलब्धि दिलाई है. जवानों के प्रशिक्षण के बाद जिले के खिलाड़ी आज जूडो-कराटे में जिले का नाम रोशन कर रहे हैं. यहां के खिलाड़ियों ने अब तक कुल 113 मेडल जीते हैं. इसमें राज्य स्तरीय जूडो-कराटे प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए 40 स्वर्ण पदक, 41 रजत पदक और 32 कांस्य पदक शामिल है.