कोंडागांव:जिले के हड़ेली गांव के लोगों के लिए ITBP के जवान देवदूत से कम नहीं हैं. यहां नक्सली उपद्रव की वजह से सभी स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई थी. बीमार पड़ने पर लोगों को इलाज के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं मयस्सर नहीं थी. ऐसे में ITBP की 41वीं बटालियन इन ग्रामीणों के लिए उम्मीद की एक किरण बनकर आया.
आईटीबीपी के जवान कैंप लगाकर गांव के लोगों का इलाज कर रहे हैं और दवाइयां मुहैया करा रहे हैं. ग्रामीण भी जवानों के साथ जुड़ने लगे हैं और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं. गांववालों का कहना है कि कैंप की वजह से उनकी जान बच रही है, साथ ही बेहतर इलाज भी मिल रहा है.
मीलों दूर था अस्पताल
मर्दापाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस गांव में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मीलों दूर चलकर दूसरे गांव तक जाना पड़ता था. कैंप के MI सेंटर के स्थापित होने से लोगों को किसी भी समय मेडिकल संबंधित सुविधाएं आसानी से मिल रही है.
ITBP को मिल रहा ग्रामीणों का सहयोग
ITBP के MI सेंटर में केवल जवानों के उपचार की सुविधाएं होती हैं. गांव में स्वास्थ्य सुविधा की हालत को देखते हुए ITBP कोंडागांव के कमांडेट ने कैंप के स्थापना के बाद से ही स्वास्थ्य सुविधा हड़ेली सहित आस-पास के 35 गांवों में देने का आदेश जारी किया. वर्तमान में इस सुविधा का लाभ सैकड़ों ग्रामीण ले रहे हैं. ITBP को इस काम के लिए ग्रामीणों का पूरा सहयोग भी मिल रहा है, जिसे देखते हुए कैंप स्वास्थ्य के साथ शिक्षा की भी सुविधा लोगों तक पहुंचा रहा है.
ग्रामीणों में जगी उम्मीद की किरण
नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र में सुविधाएं नहीं होने से ग्रामीण बिना इलाज के जान गंवा रहे थे. बारिश के मौसम में हालत इतनी खराब हो जाती थी कि लोग नदी के उफान की वजह से अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते थे और वहीं दम तोड़ देते थे. ITBP का MI सेंटर ग्रामीणों के लिए एक वरदान बनकर सामने आया है. कैंप के स्थापित होने से ग्रामीणों और जवानों के बीच संबंध मजबूत होने लगे हैं और उम्मीद की किरण नजर आने लगी है.