कोंडागांव: जिले में अचानक बदले मौसम और बारिश के कारण कई क्षेत्रों में फसलों को नुकसान पहुंचा है. दो दिन पहले केशकाल के गांव सिंगनपुर सहित आसपास के कई गांवों में ओलावृष्टि होने से फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.
बारिश से किसानों का फसल बर्बाद एक ओर देशभर में लॉकडाउन की वजह से किसानों को सब्जियों का सही रेट नहीं मिल रहा है और सब्जियां बिक भी नहीं रही हैं, वहीं दूसरी ओर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार भी किसानों को झेलनी पड़ रही है.
22 लाख का लिया था कर्ज
स्थानीय किसान वनीष दुबे ने बताया कि उन्होंने 22 लाख रुपये कर्ज लेकर 55 एकड़ में फसल लगाया था. जहां करेला, टमाटर, मिर्च, खरबूज और कलिंदर लगाया था, लेकिन ओलावृष्टि और बारिश ने उनकी फसल को चौपट कर दिया.
फसलों को पहुंचा नुकसान
केशकाल के किसान प्रसन्न दुबे पिछले 6 माह से अपने पिता के साथ खेती-बाड़ी में लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि वे वैज्ञानिक पद्धति से ड्रिप लगाकर खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बीते सोमवार और मंगलवार को अचानक तेज ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई, जिसके कारण उनके खेत में लगे हुए 8 एकड़ में केला, 4 एकड़ में मिर्च और 2 एकड़ में कलिंदर की फसल बर्बाद हो गई.
25 एकड़ की फसल बर्बाद
किसान राजेश नेताम ने भी बताया कि खराब मौसम ने 25 एकड़ में लगी सब्जियों को पूरी तरह चौपट कर दिया है. जिसमें से कुछ सब्जी बाजार में बेचने के लिए तैयार भी हो चुकी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण बाजारों में उचित दाम नहीं मिल रहा है. अब हमारे पास शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के अलावा कुछ भी नहीं बचा है.
नुकसान का आकलन कर दिया जाएगा मुआवजा
केशकाल तहसीलदार राकेश साहू ने बताया कि आंधी-तूफान और तेज ओलावृष्टि ने फसलों और सब्जियों को बर्बाद कर दिया है, जिससे किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है. अब पटवारी किसानों से मिलकर प्रभावित फसलों का आकलन करेंगे और जांच के बाद किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा.