कोंडागांव: केशकाल के धनोरा थाना के ग्राम छोटे ओड़ागांव में गैंगरेप-सुसाइड मामले में अब सियासत तेज हो गई है. घटना सामने आने के 6वें दिन कांग्रेस की ओर से पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. अब 7वें दिन भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, बस्तर के महाराजा कमलचंद भंजदेव, पूर्व मंत्री केदार कश्यप समेत भाजपा के अन्य पदाधिकारी शामिल मिलने पहुंचे. इस दौरान भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार को राजनीति छोड़ पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ दिलवाना चाहिए और घटना की न्यायिक जांच करवानी चाहिए.
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भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा कि आज हम सभी पीड़ित परिवार से मिलने छोटे ओड़ागांव पहुंचे थे. इस दौरान हमें पता चला कि कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों और पुलिसकर्मियों के द्वारा बार-बार पीड़ित के माता-पिता को धनोरा ले जाकर उनसे बात की जा रही है. मुझे लगता है कि बार-बार चर्चा और पूछताछ को छोड़कर न्यायिक जांच कराई जाए तभी मामला स्पष्ट होगा. उन्होंने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम अलग-अलग बयानबाजी करके मामले को मोड़ने की कोशिश न करें और जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाएं.
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निलंबित टीआई को बर्खास्त करना चाहिए: केदार कश्यप
पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छोटे ओड़ागांव की घटना को लेकर कांग्रेस सरकार संवेदनशील नहीं है. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, विधायक और पुलिस प्रशासन सभी ने मिल कर इस घटना को ढाई माह तक दबा कर रखा था. जब घटना का खुलासा हुआ तो केवल टीआई को सस्पेंड कर खानापूर्ति की जा रही है. सरकार को तत्काल घटना में संलिप्त और छुपाने के प्रयास करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और जिस टीआई को निलंबित किया गया है उसे बर्खास्त करना चाहिए.