कोंडागांव: गुमशुदा बच्चों को रिकवर करने में कोंडागांव जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर है. प्रदेश भर के जिलों में गुमशुदा हुए बच्चों को ढूंढने और उनको उनके परिवार को सुपुर्द करने में कोंडागांव पुलिस ने तत्परता दिखाई है.
कोंडागांव पुलिस ने गुमशुदा बच्चों को खोजने में तत्परता दिखाई जिले के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 2000 से 2019 तक जिले में गुमशुदा बच्चे जिनके मामले कोतवाली कोंडागांव में दर्ज हुए उसकी संख्या 419 है. इन मामलों में जांच और कार्रवाई करते हुए 410 बच्चों को खोज लिया गया. जबकि अन्य 9 को खोजने का प्रयास अब भी जारी है.
इंद्रधनुष योजना में भेजा जा रहा नाम
बच्चों की तलाश में लगे पुलिस कर्मचारियों, जिन्होंने बच्चों को खोजने का उत्कृष्ठ प्रयास किया है उनके नाम इंद्रधनुष योजना के तहत राजधानी रायपुर पुलिस मुख्यालय भेजा जा रहा है. उन्हें सेवा के लिए पुरस्कृत किया जाएगा.
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प्रदेश में गुमशुदगी के दर्ज प्रकरणों में 15472 बालक और 27758 बालिकाओं को पुलिस ने खोज निकाला है. वहीं अब भी 481 बालक और 1222 बालिकाओं की तलाश जारी है.