कांकेर :कांकेर जिले अंतर्गत नगर में संचालित सारे पैथालाजी लैब गुरुवार सुबह से बंद रहे. पैथालाजी लैब बन्द होने के कारण मरीजों का भटकना पड़ रहा है. लैब बन्द होने का कारण लैब संचालकों का वेरीफिकेशन करना बताया जा रहा है. लैब संचालकों ने बताया कि नव पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खरे ने नगर में संचालित सारे पैथालाजी लैब के लाइसेंस के रिन्यूवल का वेरिफिकेशन रहे हैं.जिसके कारण सभी लोगों को बुलाया गया है.Public upset due to closure of pathology lab
कांकेर में पैथोलॉजी लैब बंद होने से जनता परेशान
Kanker latest news कांकेर में गुरुवार सुबह सारे पैथोलॉजी सेंटर्स पर ताले लटक रहे थे. वजह थी सारे पैथोलॉजी लैब का वेरिफिकेशन. वेरिफिकेशन के बिना किसी भी पैथोलॉजी सेंटर्स को खोलने की अनुमति नहीं है.लिहाजा सभी सेंटर्स के संचालक वेरिफिकेशन के लिए स्वास्थ्य अधिकारी के पास गए हुए हैं.
जानिए कौन कर सकता है संचालन : पैथालाजी लैब तीन स्तर के होते हैं. बड़ा पैथालाजी लैब एमडी पैथालाजिस्ट संचालित कर सकता है. माइक्रो पैथालाजी के लिए एमबीबीएस डॉक्टर, खून और यूरिन कलेक्ट करने वाले कलेक्शन सेंटर को लैब टेक्रिशियन या प्रशिक्षित नर्स, एलोपेथिक क्लिनिक को एमबीबीएस डॉक्टर, आयुष होम्योपैथी क्लिनिक को बीएचएमएस, आयुष आयुर्वेदिक क्लिनिक को बीएएमएस, नर्सिंग होम को एबीबीएस डॉक्टर (24 घंटे) तथा फिजियोथेेरेपी को फिजियोथेरेपिस्ट ही संचालित कर सकता है. इन सभी के सर्टिफिकेट शासन से मान्यता प्राप्त सेंटर के होने चाहिए.
झोलाछाप डाॅक्टर से बेहतर मितानिन : स्वास्थ्य विभाग ने कहा इस कार्रवाई से ग्रामीण घबराए नहीं. झोलाछाप डॉक्टरों से कहीं बेहतर मोहल्लों में सेवा दे रही मितानिनें हैं. मितानिनों को अबतक 20 चरण की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. इनके पास प्राथमिक उपचार के लिए सभी किट हैं. ये नि:शुल्क इलाज करेंगी. इसके अलावा अस्पताल तक आने शासन संजीवनी महतारी वाहन उपलब्ध हैं. Kanker latest news
TAGGED:
pathology lab in Kanker