कांकेर: नक्सल प्रभावित कोयलीबेड़ा में एक मकान से 7 नाबालिग समेत 12 लोगों को छुड़ाया गया है, इसमें 8 लड़कियां और 4 लड़के शामिल हैं. इन सभी को अलग-अलग गांव से लाकर यहां रखा गया था. पुलिस ने मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं दो आरोपी फरार हो गए हैं. पुलिस मानव तस्करी का अंदेशा जता रही है.
मानव तस्करी की कोशिश नाकाम कोयलीबेड़ा ब्लॉक के कागबरस और गट्टाकाल से नाबालिगों के गायब होने के मामले सामने आने लगे. लापता बच्चों के परिवारवालों ने ये बात जनप्रतिनिधियों को बताई. इसी बीच कोयलीबेड़ा के एक मकान में कुछ लोगों के होने की जानकारी मिलने पर ग्रामीण जनप्रतिनिधियों के साथ मौके पर पहुंचे, जहां से सभी को बरामद किया गया.
नौकरी दिलाने के नाम पर लाया गया था
ग्रामीणों ने मकान मालिक मिथुन चौधरी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है. पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि मानव तस्करी से जुड़े दो आरोपी अनिमेष चौधरी और संजय हालदार द्वारा नाबालिगों को अलग-अलग गांव से बहला फुसलाकर यहां लाया गया था और अच्छी कमाई वाली नौकरी दिलाने का वादा किया गया था.
दूसरे राज्यों में भेजने की थी प्लानिंग
मकान मालिक मिथुन से पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है कि आरोपी इन्हें दूसरे राज्यो में भेजने की फिराक में थे. नक्सल प्रभावित इलाके से पहले भी इस तरह से भोले-भाले ग्रामीणों को नौकरी के नाम पर बहला फुसलाकर दूसरे राज्यो में बेचे जाने का मामला सामने आ चुका है.
आरोपियों की तलाश जारी
कोयलीबेड़ा थाना प्रभारी उत्तम पाटिल ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि बरामद किए गए सभी लड़के-लड़की नाबालिग हैं, जिन्हें पखांजुर धान रोपाई करने के नाम से ले जाया जा रहा था.