कांकेर: छत्तीसगढ़ में बीते 15 दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है, जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. प्रदेश में मानसून ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है. पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश के कारण लोगों का जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. पखांजूर में भारी वर्षा अभी भी जारी है. भारी बारिश के कारण पखांजूर के परलकोट समेत कई इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. खेतों में पानी भर गया है, जिससे धान खराब हो रहे हैं. इससे किसान परेशान नजर आ रहे हैं.
कांकेर: पानी ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, धान की फसल पर कीटों का हमला
छत्तीसगढ़ में बीते 15 दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है, जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. भारी बारिश के कारण पखांजूर के परलकोट समेत कई इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. खेतों में पानी भर गया है, जिससे धान खराब हो रहे हैं. इससे किसान परेशान नजर आ रहे हैं.
पखांजूर के परलकोट इलाके में पिछले 15 दिनों से लगातार बारिश के कारण धूप नहीं निकला है. ऐसे में लगातार बारिश से धान की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है. धान की रोपाई के 21 दिन बाद टॉप डेसिंग किया जाता हैं. टॉप डेसिंग में यूरिया खाद को धान की खेत में चारों ओर एक बराबर मात्रा में डाला जाता हैं, लेकिन लगातार बारिश की वजह से टॉप डेसिंग नहीं हो पाया. 15 दिनों से धूप नहीं निकलने से धान की फसल में माहू बीमारी और धान को नुकसान पहुंचाने वाले कई तरह से कीट फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
फसलों पर महंगे कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा
15 दिन बाद धूप निकलने से किसानों को धान की फसल का टॉप डेसिंग कर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने का मौका मिला है. किसानों का कहना है कि 15 दिनों से धूप का ना निकलने के कारण बहुत नुकसान हुआ है. अब फसल को बचाने के लिए महंगे कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है. फसल में ब्लास्ट बीमारी लगी हुई है, जिसके लिए धान के पौधों का बढ़ना रुक सा गया है. इस लिए भी अलग दवाओं का छिड़काव करना होगा.