कांकेर: जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर पर्चा जारी किया है. नक्सलियों ने इस बार पर्चे के जरिए 24 सितंबर को हुई घटना लेकर दुख जताया है. नक्सलियों ने कहा है कि 24 सितंबर की घटना गलती से हुई घटना घटी थी. इस घटना के पीछे उनकी कोई प्लानिंग नहीं थी. इसके साथ ही नक्सलियों ने स्थानीय मजदूरों और ठेकेदारों को रावघाट परियोजना में काम नहीं करने की चेतावनी भी दी है. पर्चा नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिवीजन की ओर से जारी किया गया है.
नक्सलियों ने पर्चे फेंक 24 सितंबर को हुई घटना के लिए मांगी माफी
कांकेर में नक्सलियों ने पर्चे फेंककर स्थानीय मजदूरों और ठेकेदारों को रावघाट परियोजना में काम नहीं करने की चेतावनी दी है.
नक्सलियों ने इस पर्चे के जरिए लोगों से माफी मांगी है. इसके साथ ही केंद्र सरकार पर जल जंगल जमीन को कॉर्पोरेट कंपनियों के हवाले कर स्थानीय आदिवासियों को उनकी ही जमीन से बेदखल करने का आरोप लगाया है. नक्सलियों का कहना है कि केंद्र सरकार बस्तर के अनमोल खनिज संपदा को अडानी, अंबानी जैसे कार्पोरेट घराने को सौंपने के लिए यहां रेलवे लाइन बिछा रही है. इससे पहले भी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में एक न्यूज चैनल के कैमरामेन की हत्या कर दी थी, जिसके बाद नक्सलियों ने इसके लिए माफी भी मांगी थी.
बता दें कि नक्सलियों ने 24 सितंबर को रेलवे ब्रिज निर्माण में लगे एक डीजल टैंकर को ब्लास्ट कर उड़ा दिया था. इस घटना में एक निजी कंपनी के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी.