कांकेर: 15 जून की रात लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों में हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. चीन की भारत की सीमा में घुसपैठ कर भारत के जवानों पर हमले के बाद पूरा देश गुस्से में था. हर कोई चीन से बदला लेने की बात कह रहा था. भारत सरकार ने भी चीन को सबक सिखाने की बात कही थी, लेकिन क्या भारत ने चीन से बदला ले लिया, यह सवाल गलवान घाटी में शहीद हुए कांकेर जिले के गिधाली गांव के रहने वाले जवान गणेश कुंजाम के परिजनों ने भारत सरकार से पूछा है.
कांकेर: शहीद गणेश कुंजाम के परिजनों ने पूछा- 'कब लेगी चीन से बदला मोदी सरकार' - गलवान घाटी
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों में हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसमें कांकेर के रहने वाले गणेश कुंजाम भी शहीद हुए थे. अब उनके परिजन मोदी सरकार से चीन से बदला लेने को लेकर सवाल कर रहे हैं. उनका कहना है कि मोदी सरकार चाइना एप को बैन कर 20 जवानों की शहादत को भूल रही है.
भारत सरकार ने शहीदों का बदला नहीं लिया: शहीद के दोस्त
शहीद गणेश कुंजाम के चाचा कहते हैं, उन्हें उम्मीद अभी भी है कि भारत सरकार आज नहीं तो कल चीन से उनके बेटे की शहादत का बदला लेगी, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह भारत सरकार की उन शहीदों के प्रति नाइंसाफी होगी. वहीं शहीद के दोस्त महेंद्र कहते हैं ऐसा कुछ भी कदम नहीं उठाए गए जिसे देखकर यह कहा जाए कि भारत सरकार ने शहीदों का बदला लिया हो. सब कुछ चंद महीनों में ही शांत सा हो गया है.