Kanker Farmers Demand: कांकेर में हजारो किसानों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, कांकेर विकासखंड को सूखा घोषित करने की मांग - farmers Demand to declare Kanker
Kanker Farmers Demand: कांकेर में हजारों किसानों ने शुक्रवार को कांकेर कलेक्टर ऑफिस का घेराव किया. किसानों ने कांकेर विकासखंड को सूखा घोषित करने की मांग की है. किसानों का कहना है कि कम बारिश के कारण उनके फसल को काफी नुकसान हुआ है. Effect of less rain in kanker
कांकेर:कांकेर विकासखण्ड को सूखा ग्रस्त घोषित करने को लेकर शुक्रवार को हजारों किसानों ने कांकेर कलेक्टर ऑफिस का घेराव किया. किसान संघ के बैनर तले कांकेर विकासखंड के हजारों किसान जिला मुख्यालय पहुंचे. कांकेर मेला भाठा ग्राउंड से बस स्टैंड तक किसानों ने भव्य रैली निकाली. इसके बाद किसानों ने कांकेर कलेक्टर ऑफिस का घेराव किया. किसानों की मांग है कि कांकेर विकासखंड को सूखा घोषित कर दिया जाए.
किसानों को नहीं होगा ज्यादा लाभ:दरअसल, छत्तीसगढ़ में इस बार कम बारिश होने के कारण किसान खासा परेशान हैं. किसानों का कहना है कि इस साल काफी कम बारिश होने के कारण फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है. ऐसे में इन किसानों की मांग है कि क्षेत्र को सूखा घोषित कर दिया जाए. इनका कहना है कि कम बारिश के कारण किसानों को फसल का ज्यादा लाभ नहीं होगा. इसलिए किसानों का कर्ज माफ करना चाहिए.
कांकेर विकासखंड में कम बारिश होने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है. कम बारिश के कारण फसल की वृद्धि नहीं हो रही है.सही समय पर बरसात नहीं होने के कारण किसान अपनी फसल में खाद-दवाई तक नहीं डाल पाए हैं. कांकेर विकासखंड के किसानों के फसल को काफी नुकसान हुआ है. इसलिए क्षेत्र को सूखा घोषित किया जाए.-ईश्वर कावड़े, कृषि सभापति
बिजली कटौती के कारण हो रही दिक्कतें:आंदोलन कर रहे किसान छत्रप्रताप दुग्गा ने कहा कि "कांकेर विकासखंड को सूखा क्षेत्र घोषित किया जाए. क्योंकि इस साल बरसात कम होने से किसानों को फसल से कोई खास लाभ नहीं मिलने वाला. इसलिए किसानों का कर्ज माफ करना चाहिए. काकेर विकासखंड के कुछ किसानों के पास सिंचाई के साधन होने के बाद भी लो-वोल्टेज के कारण सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. बार-बार बिजली की कटौती के कारण किसान परेशान हैं. इसलिए बिजली कटौती न करके लो वोल्टेज को बढ़ाया जाना चाहिए." बता दें कि कई किसानों का कांकेर ब्लॉक के किनारे खेत है. किसानों ने बिजली लाइन के विस्तार की भी मांग की है.