कांकेर: समाज कल्याण विभाग द्वारा जिला मुख्यालय में पहचान और प्रमाणिकता शिविर का आयोजन किया गया था, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण दूर दराज से पहुंचे दिव्यांगों को बिना पंजीयन और जांच कराए ही घर वापस लौटना पड़ा.
स्वास्थ्य शिविर में नहीं मिला इलाज, खाली हाथ घर लौटे दिव्यांग
कांकेर: समाज कल्याण विभाग की ओर से जिला मुख्यालय में पहचान और प्रमाणिकता शिविर का आयोजन किया गया था, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण दूर दराज से पहुंचे दिव्यांगों को बिना पंजीयन और जांच कराए ही घर वापस लौटना पड़ा.
शिविर से बैरंग लौट रहे दिव्यांगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिविर में उनके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था. दिव्यांगों ने बताया कि 5 घंटे इंतजार करने के बाद भी शिविर में कोई डॉक्टर नहीं पहुंचे. जिसके कारण उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा.
सात ब्लॉक के लोग पहुंचे थे जिला मुख्यालय
जिले के सभी सातों ब्लॉक से दिव्यांगों को जिला मुख्यालय के न्यू कम्युनिटी हॉल में प्रमाणिकता के लिए बुलाया गया था. जहां दिव्यांग घंटों डॉक्टरों का इंतजार करते रहे, लेकिन लगभग 5 घंटे के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे.
कलेक्टर ने संभाला मोर्चा
ETV भारत से बात करते हुए दिव्यांगों ने बताया कि उनको सुबह 10 बजे से बुलाया गया था, लेकिन 3 बजे तक कोई डॉक्टर नही पहुंचे. जिसके वे लोग बिना जांच कराये ही घर लौट रहे हैं. हालांकि सवाल उठने के बाद कलेक्टर खुद मौके पर पहुंचे, जिसके बाद आनन-फानन में डॉक्टरों को बुलाया गया, लेकिन तब तक कई दिव्यांग शिविर से लौट चुके थे.