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कांकेर: बिना टेंडर के कराया जा रहा मॉडल छात्रवास का निर्माण

जिले में बिना टेंडर के 10 आश्रम छात्रवासों को मॉडल छात्रवास के रूप में विकसित किया जा रहा है. हैरानी की बात ये है कि जिस अधीक्षक के जरिए इस काम को कराया जा रहा है उसे ही इस काम की लागत क्या है ये मालूम नहीं है.

Construction of Model Hostel
बिना टेंडर के निर्माण कार्य

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Published : Jan 5, 2021, 8:56 PM IST

Updated : Jan 5, 2021, 9:08 PM IST

कांकेर: जिले में बिना निविदा (टेंडर) के 10 आश्रम छात्रवासों को मॉडल छात्रवास के रूप में विकसित किया जा रहा है. 50 हजार से ज्यादा का काम बिना निविदा नहीं कराए जाने का प्रावधान है. लेकिन यहां 30 लाख रुपये के काम को बिना टेंडर के कराया जा रहा है.

बिना टेंडर के निर्माण कार्य

नियम के मुताबिक 50 हजार से का काम कराने के लिए निविदा की प्रक्रिया को पूरी कराना जरुरी होता है, लेकिन आदिवासी विभाग ने नियम को ताक पर रखकर अधीक्षकों के जरिए काम के लिए प्रथम चरण में डेढ़ करोड़ की राशि भी जारी कर दिया है.

टाइल्स उखाड़कर लगाई जा रही नई टाइल्स

आदिवासी कल्याण विभाग के अधिकारी नियम कानून को ताक पर रखते हुए अधीक्षकों के जरिए काम कराया जा रहा है. इन निर्माण कार्यों की पड़ताल करने पर जानकारी मिली कि आश्रम छात्रावासों के पक्के फर्श को तोड़कर उस पर टाइल्स लगाया जा रहा है. छतों के नीचे पीओपी प्लेट लग रहा है. शौचालयों में पुरानी शीट को उखाड़कर नई शीट लगाया जा रहा है. इस तरह के हो रहे निर्माण कार्यों पर जिले में 10 आश्रम छात्रावासों में 2.99 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च किए जा रहे हैं.

बिना टेंडर के निर्माण कार्य

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अधीक्षक को नहीं है लागत की जानकारी

मामले को लेकर ETV भारत ने जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर मर्दापोटी में बन रहे आदर्श आश्रम छात्रवास का निरीक्षण किया. यहां पहुंचने पर पता चला कि पुराने भवन को तोड़कर उसी से लगकर नया भवन बनाया जा रहा है. पुराने टाइल्स को निकालकर नए टाइल्स लगाए जा रहे हैं. मौके में मौजूद अधीक्षक ने ETV भारत से कहा कि मर्दापोटी का छात्रावास 50 सीटर का है. इस आश्रम को मॉडल छात्रवास के रूप में बनाने का काम हो रहा है. अधीक्षक का कहना था कि कितने लागत में मॉडल छात्रवास बन रहा इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, लेकिन तत्कालीन कलेक्टर ने कहा था कि जितने में भी बन जाए बनाइए.

बिना टेंडर के निर्माण कार्य

कलेक्टर ने दी सफाई

पूरे मामले को लेकर कांकेर कलेक्टर चंदन कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में आया है. कलेक्टर ने कहा कि कार्य एजेंसी आश्रम अधीक्षकों को बनाया गया है. उनको मदद के लिए एक इंजीनियर दिया गया है. इसकी जांच की जा रही है. अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.

बिना टेंडर के निर्माण कार्य

इन 10 छात्रावासों में कराया जा रहा काम

आदिवासी कल्याण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कांकेर ब्लॉक के ग्राम पंचायत कुलगांव आश्रम छात्रावास, मर्दापोटी, चारामा ब्लॉक में लखनपुरी, नरहरपुर में सोनपुर, पोस्ट मैट्रिक छात्रावास नरहरपुर, दुगूकोंदल में हाटकोंदल, भानुप्रतापपुर में भानबेड़ा, कोयलीबेड़ा में कापसी, कोयलीबेड़ा छात्रावास और अंतागढ़ छात्रावास का निर्माण कार्य बिना टेंडर के कराया जा रहा है.

Last Updated : Jan 5, 2021, 9:08 PM IST

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