कांकेर: जिले के प्रभारी कलेक्टर संजय कन्नोजे कोटरी नदी के एनीकेट पर बाइक चलाते हुए कोडकुर्से गांव पहुंचे और सभी शासकीय भवनों का निरीक्षण किया.
अति संवेदनशील इलाके में बाइक से निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर बता दें कि पुल के अभाव में ग्रामीण उफनती नदी को जान जोखिम में डालकर पार करते थे, इसकी खबर कुछ दिन पहले ETV भारत ने प्रमुखता से चलाई थी. इस पुल से ही पार होकर कलेक्टर गांव पहुंचे थे.
कलेक्टर ने इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, आदर्श कन्या आश्रम और स्कूल भवन का निरीक्षण किया. स्कूल में रसोईया के लगातार अनुपस्थित रहने से मध्याह्न भोजन में आ रही दिक्कतों की शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल रसोइए को हटाकर दूसरे रसोइए की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. वहीं ग्रामीणों के द्वारा स्कूल में छात्र-छात्राओं के लिए एक ही शौचालय होने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने दुर्गुकोंदल जनपद सीईओ को तत्काल दो नए शौचालय स्कूल परिसर में बनवाने का निर्देश दिया है.
बच्चों से फर्राटेदार पहाड़ा सुनकर कलेक्टर हुए खुश
अपने दौरे के दौरान कलेक्टर ने आश्रम और स्कूल के बच्चों से भी बात की और उनकी पढ़ाई के संदर्भ में जानकारी ली. इस दौरान प्राथमिक शाला के बच्चों से उन्होंने पहाड़ा सुनाने को भी कहा और बच्चों से फर्राटेदार पहाड़ा सुन कलेक्टर काफी खुश हुए.
6 करोड़ 92 लाख की लागत से होगा पुल का निर्माण
कलेक्टर ने कोटरी नदी में निर्माणाधीन पुल को अप्रैल 2020 तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है. इस नदी पर 6 करोड़ 92 लाख की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है. इस नदी पर पुल बनने से लगभग 40 गांव के लोगों को राहत मिलेगी जो कि बारिश के मौसम में टापू में तब्दील हो जाते थे.
चर्चा का विषय बना हुआ है यह जिला
जिले के प्रभारी कलेक्टर संजय कन्नोजे लगातार जिले के अंदरूनी इलाकों का दौरा कर रहे हैं, इसके पहले भी उन्होंने कोयलीबेड़ा में जिले भर के अधिकारियों की क्लास लगाई थी और यहां के ग्रामीणों की समस्या सुनी थी. कलेक्टर का यह रूप इन दिनों जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
नक्सलियों का गढ़ है यह इलाका
कोडकुर्से इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. इस इलाके में आय दिन नक्सल गतिविधि सुनने को मिलती है. ऐसे इलाके में कलेक्टर को अपने बीच पाकर यहां के ग्रामीण भी काफी खुश नजर आए.