कांकेर: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के तीसरे चरण में अब तक कि सबसे बड़ी छूट प्रदान की गई है. राज्य में शनिवार और रविवार को टोटल लॉकडाउन की घोषणा किया है. लेकिन रोजाना सभी दुकानों को तय समय के लिए खोलने की इजाजत दी गई है. जिससे शहर के व्यपारियों की चिंता बढ़ गई है. इसके पीछे की वजह रविवार को शहर का मार्केट डे होना है. वहीं मंगलवार को पहले से ही दुकानें बंद रहती हैं.
रविवार को कंपलीट लॉकडाउन से चिंता में व्यपारी ऐसे में हफ्ते में तीन दिन दुकानें बंद रहने से व्यपारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. मामले को लेकर व्यपारी कलेक्टर से मुलाकात कर रविवार को दुकान न बंद करने का निवेदन कर सकते हैं. बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने प्रदेश में हर शनिवार और रविवार को कम्प्लीट लॉकडाउन रखने का आदेश दिया था. बता दें कि कांकेर में मंगलवार को दुकानें बंद रहती हैं.
कम्प्लीट लॉक डाउन से चिंता में व्यापारी सूरजपुर: रायपुर से बिहार जा रहे मजदूर, समाजसेवी ने खिलाया खाना
कांकेर में रविवार सालों से मार्केट डे
प्रदेश के अधिकांश बड़े शहर पहले भी रविवार को बंद रहते थे, जिससे यहां के व्यपारियों को इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन कांकेर में रविवार सालों से मार्केट डे रहता आया है. इस दिन ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग सामान की खरीदी करने आते है और यह व्यपारियों के लिए व्यापार का अहम दिन है, जबकि कांकेर में मंगलवार को व्यापारियों का ऑफ डे रहता था और इस दिन यहां की दुकानें बंद रहती हैं.
रायगढ़: पेपर मिल में गैस रिसाव, 7 लोग बीमार, 3 की हालत गंभीर
शनिवार और मंगलवार रहे बंद
व्यपारियों से जब ETV भारत की टीम ने बात की तो उनका कहना था कि 'शहर में मंगलवार मार्केट बंद रहता है. ऐसे में शनिवार और मंगलवार को यहां कम्प्लीट लॉकडाउन किया जा सकता है, रविवार को मार्केट खोलने की इजाजत दी जानी चाहिए.
'कलेक्टर से करेंगे बात'
इस विषय पर कांकेर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिलीप खटवानी ने कहा कि मंगलवार के साथ शनिवार बंद किया जा सकता है. इस विषय पर कलेक्टर से बात की जाएगी. यह आदेश शासन स्तर का है इसलिए यदि रविवार को मार्केट खुलने की इजाजत नहीं मिलती है, तो शासन के आदेश को मानना ही होगा.