कांकेर:दिवंगत नेता मनोज सिंह मंडावी के निधन के बाद खाली हुई भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट के लिए राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. मंगलवार को जहां बीजेपी ने पूर्व विधायक ब्रम्हानंद नेताम को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से चल रहे मंथन पर विराम लगा और पूर्व विधायक दिवंगत नेता मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है.शुक्रवार सुबह 11 बजे भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी मोहन मरकाम के साथ नामांकन दाखिल करेंगी. मुख्यमंत्री सभी मंत्री,विधायक,संसदीय सचिव सहित प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे.
सावित्री मंडावी बनीं कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी भानुप्रतापपुर विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष रहे दिवांगत नेता मनोज मंडावी की पत्नी हैं. वह पेशे से एक शिक्षक के पद पर कालीबाड़ी रायपुर में पदस्थ थीं. मनोज मंडावी के निधन के बाद उन्होंने 3 नवम्बर को इस्तीफा दिया. इस्तीफा 5 नवम्बर को स्वीकार कर लिया गया. इसके बाद से उनके चुनाव मैदान में कूदने की अटकलें तेज हो गई थी.
यह भी पढ़ें:भानुप्रतापपुर उपचुनाव 2022: भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम का जीत का दावा, 'आदिवासी आरक्षण में कटौती से जनता आक्रोशित'
सावित्री मंडावी के पृष्ठ भूमि की अगर बात करें तो उनके ससुर हरिशंकर सिंह ठाकुर भी अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक रह चुके हैं. खुद मंनोज मंडावी तीन बार भानुप्रतापपुर के विधायक चुने गए हैं. राजनीतिक परिवार से आने के कारण उन्हें राजनीति की बहुत कुछ जानकारी भी है. सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने सहित सांस्कृतिक गतिविधियों में भी सावित्री मंडावी शामिल होते रहीं हैं. वर्तमान में छोटा बेटा अमन मंडावी कांकेर जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर आसीन है.
राजनीति में आने के सवाल पर सावित्री मंडावी का कहना है कि ''मैं अब जनसेवा करना चाहती हूं. पति मनोज मंडावी के सोच और सपनों को साकार करना और क्षेत्र के जनता की सेवा करना उद्देश्य है. पार्टी ने भरोसा जताया है.'' उन्होंने राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व का धन्यवाद तो दिया साथ ही क्षेत्र के विकास में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाने की बात कही.