कांकेर: कोड़ेकुर्से में पदस्थ सहायक आरक्षक मनोज नेताम (Assistant constable Manoj Netam) के लापता होने के 40 दिन बाद नक्सलियों का एक कथित पर्चा मिला है. जिसमे जवान की हत्या करने की बात नक्सलियों ने कही है. (assistant constable murder) लेकिन जवान की पत्नी इसे मानने से इंकार कर रही है. सहायक आरक्षक की पत्नी प्रेमवती मांग में सिंदूर भरकर एसपी कार्यालय पहुंची. उसने एसपी से अपने पति को ढूंढने की गुहार लगाई. जवान की पत्नी का कहना है कि जब तक अपने पति का शव नहीं देख लेती उसकी मौत की बात नहीं मानेगी. जवान के घर लौटने का इंतजार करेगी और सुहागन की तरह ही रहेगी.
जब तक नहीं देखती पति शव नहीं छोडूंगी आस आरकेबी डिवीजन ने जारी किया था पर्चा
नक्सलियों के आरकेबी डिवीजन (राजनांदगांव-कवर्धा-बालाघाट डिवीजन) के प्रवक्ता विकास ने प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी थी. (Naxalite press note released) उसने बताया था कि उन्होंने जवान की हत्या कर दी है. लेकिन उसका शव परिजनों तक नहीं पहुंचा सके हैं. इसके लिए नक्सल संगठन ने प्रेस नोट के जरिए अफसोस भी जताया था. लेकिन सहायक आरक्षक की पत्नी ने इसे मानने से साफ इंकार किया है.
नक्सलियों ने ली कांकेर से लापता हुए पुलिस जवान की हत्या की जिम्मेदारी
कहां है सहायक आरक्षक मनोज नेताम?
जवान मनोज नेताम 28 अप्रैल से लापता है. कुछ दिन पहले कथित नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया. जिसमें मनोज नेताम पर पुलिस के लिए नक्सलियों के खिलाफ मुखबिर तैयार करने के आरोप लगाते हुए उसकी हत्या करने की बात कही. लेकिन जवान का शव देने में असमर्थता जताई थी. पुलिस पहले ही इस पर्चे को संदिग्ध बता चुकी है. अब जवान की पत्नी ने एसपी को ज्ञापन सौंप इस पर्चे की जांच करने और पति को ढूंढने की अपील की है.
महिला ने कहा कि पर्चा असली है या नकली यह वह नहीं जानती, लेकिन यदि उसके पति की नक्सलियों ने हत्या की है तो उसका शव कहां है. उन्होंने कहा कि जब तक वो अपने पति का शव नहीं देख लेती यह बात नहीं मानेगी.
जवान के पिता की नक्सलियों से अपील
पत्नी के साथ ही परिजनों ने भी पुलिस अधीक्षक एमआर आहिरे से मुलाकात की है. उन्होंने लापता जवान को जल्द ढूंढने की बात कही है. जवान के पिता ने नक्सलियों से एक मार्मिक अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर नक्सलियों ने उसकी हत्या की है तो बता दें कि उसका शव कहां है. अगर यह खबर झूठ है तो नक्सली संगठन इसका खंडन करे. ताकि बेटे को ढूंढने में मदद मिल सके.