कवर्धा:भोरमदेव आजीविका परिसर राजानवागांव में कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से आजीविका संवर्धन के गतिविधियों के तहत राष्ट्रीय बागबानी मिशन के अंतर्गत मधुमक्खी पालन का कार्य शुरू किया गया है. इसके लिए चार महिला स्व सहायता समूह को मधूमक्खी पालन से जोड़ा गया है. इस प्रयास से जहां ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी वहीं उन्हें अपनी आजीविका चलाने में भी मदद मिलेगी.
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख बीपी त्रिपाठी ने बताया कि मधुमक्खी पालन से महिला समूह को परागण शहद उत्पादन पर सैद्धान्तिक और प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया है. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय दयाराम ने बताया कि मां दुर्गा स्व सहायता समूह, सांई राम स्व सहायता समूह, कुमकुम भाग्य स्व सहायता समूह और राधारानी स्व सहायता समूह को इस योजना से जोड़ा गया है. मधुमक्खी पालन के इस कार्य में सभी समूहों को मिलाकर कुल 40 महिलाएं सीधे तौर पर लाभान्वित होगी.