कवर्धा: इन दिनों जिले में तेंदूपत्ता तोड़ने का सीजन चल रहा है. वनांचल क्षेत्र के आसपास रहने वाले ग्रामीण संग्रहक के रूप में काम कर रहे हैं. जंगल से तेंदूपत्ता तोड़कर लघु वनोपज समिति को बेच रहे हैं. इससे उनकी अच्छी खासी आमदनी हो रही है. आर्थिक रूप से सम्पन्न होने से लोग अब आने वाली पीढ़ी के भविष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में दसवीं-बारहवीं की शिक्षा हासिल कर चुके बच्चों को मोटी रकम स्कॉलरशिप के रूप मिल रही है. इससे ग्रामीण बेहद खुश हैं.
258 से अधिक जगहों पर तेंदूपत्ता खरीदी जारी:कबीरधाम के 19 प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के 258 खरीदी केंद में तेंदूपत्ता की खरीदी की जा रही है. जिले के 4 हजार से ज्यादा ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ने का काम कर रहे हैं. साल 2022-2023 में शासन द्वारा जिले में 40 हजार 100 मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. वहीं 15 मई तक 22 हजार मानक बोरा की खरीदी कर ली गई है. जो लक्ष्य का 60 प्रतिशत है. 25 मई तक तेंदूपत्ते की खरीदी की जानी है. अनुमान लगाया जा रहा कि समयसीमा पर लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.
कबीरधाम जिले में वर्ष 2022-23 में तेंदूपत्ता खरीदी कर लक्ष्य 40 हजार 100 मानक बोरा रखा गया है. जोकि 15 मई की स्थिति में 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है. जल्द ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा. - चूड़ामणि सिंह, डीएफओ, कवर्धा