कवर्धा: जिले के कई गांव में बाघ की दहशत देखी जा रही है. बाघ ने इलाके में कई मवेशियों का शिकार किया है. जिसके कारण क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर हथलेवा और आसपास के चार-पांच गांव मे इन दिनों शाम के समय मवेशियों के लौटने के बाद गांव में नजर आने वाली चहल-पहल पिछले 10 दिनों से गायब हो गई है. लोग घरों से नहीं निकल रहें हैं. चारों ओर बाघ की चर्चा है.
बाघ को आसपास के इलाके में देखा जा रहा है. करीब एक हफ्ते से अधिक वक्त बीत जाने के बाद भी वन विभाग की टीम बाघ को नहीं पकड़ सकी है. लोगों ने बताया कि बीते दस दिनों से क्षेत्र में बाघ घूम रहा है. लोगों ने बाघ को धान के खेत, केला बाड़ी में देखा है. साथ ही खेतों में बाघ के पैरों के निशान भी देखे जा सकते हैं.
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अलग-अलग क्षेत्रों में देखा गया बाघ
गुरुवार सुबह बोड़ला ब्लॉक के कान्हा नेशनल पार्क से लगे गांव कुंडपानी में बाघ ने तीन मवेशियों का शिकार किया. मवेशी मालिक ने बताया की रात में बाघ के दहाड़ने की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों से बहार नहीं निकले. सुबह जब लोग बाहर निकले तो गांव के तीन मवेशियों को बाघ ने अपना शिकार बनाया था. एक मवेशी जख्मी हालत में मिला था. मवेशी के गले मे बाघ के पंजे के निशान भी थे.