कवर्धा :कोरोना काल में एक ओर जहां सारा व्यवसाय ठप हो गया. लोगों की गाढ़ी कमाई खत्म हो गई. लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए. वहीं बैंकों की एटीएम (Banks ATM) में भी कोरोना काल में एक साल से ऑडिट (audit) नहीं कराया जा सका. इसका फायदा उठाया एक हैकर ने. हैकर ने इसे आपदा में अवसर बनाते हुए कवर्धा जिले के अलग-अलग इलाकों में स्थित एटीएम से करीब 1 करोड़ 14 लाख रुपये की राशि उड़ा ली. लेकिन वो कहते हैं न कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो अपने पीछे कोई-न-कोई सुराग छोड़ ही देता है. और पुलिस उसे उसी सुराग के सहारे सलाखों के पीछे पहुंचा देती है. ऐसा ही एक वाकया कवर्धा में भी हुआ.
एटीएम में कैश डालने गए तब उजागर हुआ मामला
कवर्धा में शातिर ठग गिरोह ने बैंक की एटीएम से करोड़ों की राशि की ठगी कर ली और बैंक प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगी. मामले का खुलासा तब हुआ जब एटीएम में कैश (cash) डालने गए कर्मचारियों ने लेन-देन का मिलान किया. जब लेन-देन का हिसाब होने लगा तो बैंक प्रबंधक के होश उड़ गए. बैंक प्रबंधक की इस लापरवाही का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ. घटना की जानकारी मिलने के करीब एक महीने बाद प्रबंधक मामले की शिकायत करने सिटी कोतवाली पहुंचे. कवर्धा के एसबीआई की कील 07 अलग-अलग एटीएम से शातिर ठग गिरोह के सदस्यों द्वारा लाखों रुपये की ठगी किये जाने की शिकायत बैंक प्रबंधक ने बीते 19 सितंबर को थाना सिटी कोतवाली में दर्ज कराई है.
एटीएम से नहीं मिला 4 लाख का हिसाब, तब हुई थाने में शिकायत
एसबीआई बैंक प्रबंधक ने पुलिस को बताया कि एक महीने पहले एटीएम में कैंश डालने के दौरान कर्मी जब एटीएम पहुंचे तो एटीएम में 4 लाख रुपये का हिसाब-किताब नहीं मिला. इसपर बैंक प्रबंधक ने विभागीय जांच की, जिसमें राशि का कुछ भी पता नहीं चला. तब मामले की शिकायत थाने में की. पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जिले के सभी बैंकों के मैनेजर को बुलाकर मीटिंग की और सभी एटीएम के लेन-देन की जांच करने कहा है. सूत्रों के मुताबिक जिले की सात अलग-अलग एटीएम से करीब 1 करोड़ 14 लाख रुपये की ठगी हुई है.