कवर्धा: जिले के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर उचित चैकिंग व्यवस्था नहीं होने से ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है. इसके साथ ही गांजा और शराब की तस्करी के मामले भी बढ़ रहे हैं. तस्करी करने वाले बिना रोक-टोक के धड़ल्ले से छत्तीसगढ़ में दाखिल हो रहे हैं. RTO बेरियर खत्म होने के बाद से ऐसे मामलों में इजाफा हुआ है. सीमा पर अवैध गतिविधियों पर रोकथाम के लिए परिवहन विभाग के पास कोई व्यवस्था नहीं है.
सुरक्षा व्यवस्था ठप, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा से बेखौफ दाखिल हो रहे तस्कर
जिले में RTO बेरियर बंद होने के बाद अवैध गतिविधियों का मामला बढ़ता जा रहा है. सही चेकिंग व्यवस्था न होने से तस्कर बेखौफ राज्य में दाखिल हो रहें हैं.
दरअसल कुछ साल पहले RTO बेरियर में अवैध उगाही की बढ़ती शिकायत के बाद पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश भर की 16 सीमा चौकियों (बेरियर) के साथ, फ्लाइंग स्क्वाड को खत्म कर दिया था. इसी के साथ कवर्धा जिले के छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश सीमा पर स्तित चिल्फी घाटी के RTO बेरियर को भी बंद कर दिया गया. इसके खत्म होते ही सिमावर्ती कवर्धा जिले से होकर गुजरने वाले वाहनों और अवैध गतिविधियों में लिप्त लोग बेपरवाह होकर राज्य में दाखिल हो रहे हैं. बिना किसी रोक-टोक या जांच पड़ताल के भारी वाहन और तस्कर जिले से होकर गुजर जाते हैं.
ओवरलोडिंग के मामले तक सीमित पुलिस
मुखबिरों के सूचना मिलने पर चिल्फी पुलिस ने कई बार तस्करों को पकड़ा है. लेकिन सूचना के अभाव में ज्यादातर तस्कर सीमा पार से छत्तीसगढ़ में दाखिल हो जाते है. परिवहन विभाग की ओर से दिन में चेकिंग की जाती है, लेकिन वे ओवरलोडिंग के कुछ मामले तक ही सिमित रह जाते है. जबकि ज्यादातर ओवरलोड ट्रकें और तस्कर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर गुजरते हैं.