प्रशासन और शिक्षा विभाग ने फैसला लिया है कि बोर्ड परीक्षा में जिले का परिणाम 90 प्लस तक पहुंचाना है. इसी लक्ष्य को हासिल करने के उद्देश्य से नगर के आदर्श कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में दो दिवसीय परीक्षा उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में जिले के कक्षा 10 वीं 12वीं के हजारों छात्र- छात्राएं शामिल हुए.
आईआईटी पास आउट विद्यार्थियों ने बच्चों को मोटीवेट किया
इस दौरान आईआईटी पास आउट सुमित कुमार ने बच्चों को मोटिवेट करते हुए बताया कि परीक्षा के समय कैसे नर्वस होने से बचा जा सकता है. उन्होंने बच्चों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि बोर्ड द्वारा जारी मॉडल प्रश्न पत्र और पूर्व प्रश्न पत्र को हमेशा देखना चाहिए.
बच्चों ने परीक्षा से संबंधित विशेषज्ञों से पूछे सवाल
स्कूली बच्चों ने परीक्षा से संबंधित कई तरह की समस्याओं के समाधान के लिए विशेषज्ञों से प्रश्न पूछे. बच्चों ने लक्ष्य की पूर्ति के लिए उन्हें विषयवार होने वाली समस्याओं पर विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लिया. वहीं इस आयोजन में बच्चों को परीक्षा के दौरान उत्तर लिखने की तकनीक, समय प्रबंधन, तनावमुक्ति विषय आधारित जटिलताओं को दूर करने के तरीके भी सिखाए गए.
आनेवाले परीक्षा परिणाम में होगा इजाफा
आईआईटी पास आउट विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा से पहले शिक्षा विभाग द्वारा किए गए इस प्रयास का नतीजा बच्चों के आनेवाले परीक्षा परिणाम में जरूर दिखेगा और उनके आत्मविश्वास में काफी इजाफा होगा. वहीं जिले के कलेक्टर ने बच्चों का उत्साह देखते हुए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन अब हर दो महीने में करने की बात कही है, जबकि बाहर से बुलाये गए एक्सपर्ट भी मानते है कि इस कार्यक्रम से बच्चों के मनोबल में भारी इजाफा हुआ है.
बता दें कि बीते वर्ष छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के कक्षा दसवीं के परीक्षा परिणाम में पूरा छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर रहा था, तो वहीं कक्षा बारहवीं में राज्य को पांचवां स्थान मिला था.