कवर्धा :आपने किराये पर सामान ,गाड़ी या घर लेने की बात तो सुनी होगी.लेकिन आज हम आपको जो वाक्या बताने वाले हैं उसमें किराये पर शिक्षक स्कूल में रख लिए गए.वो भी एक नहीं दो-दो. ये पूरा मामला कवर्धा के बोड़ला ब्लॉक का है.जहां के सुदूर वनांचल क्षेत्र के लावा प्राथमिक स्कूल में दो किराए के शिक्षिकाएं अध्यापन कार्य करवा रही हैं.वहीं जिस प्रधान पाठक की ड्यूटी इस स्कूल में लगी है वो कभी कभार स्कूल में मुंह दिखाई के लिए आ जाते हैं.
कितनी है स्कूल में बच्चों की संख्या ?: आपको बता दें कि इस स्कूल में पढ़ने वाली बच्चों की संख्या 17 है.जब ईटीवी भारत की टीम स्कूल में पहुंची तो बच्चों को पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं के मुंह में ताला लग गया.ये दोनों शिक्षिकाएं एक ही क्लास रूम में बच्चों को पढ़ा रहीं थी.वहीं जब बच्चों से शिक्षिकाओं के बारे में पूछा गया तो सारा मामला उजागर हो गया.
हेड मास्टर ने किराये पर रखीं छात्राएं : जो शिक्षिकाएं बच्चों को पढ़ा रही हैं वो गांव में ही रहती है.जो खुद बारहवीं में पढ़ रही हैं. आरोप है कि हेड मास्टर कमलदास मुरचले ने अपनी सैलरी में से 3-3 हजार देकर दोनों छात्राओं को स्कूल में रखा.इन्हीं की मदद से बच्चों की पढ़ाई पूरी करवाई जा रही है.स्कूल के बच्चों की माने तो हेड मास्टर स्कूल आते नही हैं.