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जितना कमाल स्कूल, उतने यहां के छात्र, पूर्व CM रमन सिंह भी यहीं से पढ़े थे

कवर्धा नगर का एक सरकारी स्कूल जो आज के महंगे निजी स्कूलों को भी पीछे छोड दिया है, इस स्कूल में पूर्व CM रमन सिंह भी पढ़े हैं.

महंगे स्कूलों को भी पीछे छोड़ दिया सरकारी स्कूल

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Published : Jul 19, 2019, 7:52 PM IST

कवर्धा: आओ स्कूल चलें की इस रिपोर्ट में आज हम आपको ऐसे विद्यालय लेकर चलते हैं, जिसने पढ़ाई में निजी स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है. इस स्कूल से पढ़े बच्चों ने बड़े मुकाम हासिल किए हैं. जैसे अपने पूर्व सीएम रमन सिंह इससे बड़ा उदाहरण क्या चाहिए. कलेक्टर साहब की बिटिया भी यहीं पढ़ती है.

पूर्व CM रमन सिंह भी इसी स्सेकूल से पढ़े हैं

यहां छोटी-छोटी बस्तियों के बच्चे बड़े-बड़े सपने लेकर पढ़ने आते हैं. जिनके माता-पिता अशिक्षित हैं लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं. प्राथमिक शाला को देख कर एक बार आपको ऐसा लगेगा मानो सरकारी नहीं निजी स्कूल में आए हों. बाहर गार्डन, अंदर पेंटिंग से सजी दीवारें, रंग-बिरंगा क्लासरूप और साफ-सुथरा शौचालय, यहां पढ़ने वाले बच्चों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है.

  • एक तरफ जहां क्लास में बैठने के लिए टेबल-कुर्सियां रखी गई हैं, वहीं बच्चों के खेल-कूद के लिए फिसल पट्टी भी है. मिड डे मील पर भी खास ध्यान दिया जाता है. शिक्षक भी बच्चों को पढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते हैं.
  • स्कूल में पहली क्लास से लेकर पाचवीं तक क्लास लगती है. इस स्कूल मे पहली और दूसरी कक्षा इंगलिश मिडियम भी है और तीसरी से पाचवीं तक हिन्दी. प्राचार्य ने बताया कि हम प्रशासन से मांग करेंगे कि बाकी की कक्षाएं भी अंग्रेजी माध्यम की हों.
  • बच्चे कहते हैं कि उन्हें घर से ज्यादा स्कूल में अच्छा लगता है, यहां उन्हें खाना, शिक्षा, खेल-कूद सभी सुविधाएं मिलती हैं.
  • आपको बता दें कि इस सरकारी स्कूल मे कवर्धा जिला कलेक्टर अवनीश कुमार शरण की बेटी भी कक्षा दो में पढ़ती है. वहीं पुलिस अफसर घनश्याम कामड़े ने भी अपने भांजे का एडमिशन यहां कराया है.
  • इस स्कूल से छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं.
  • इस स्कूल के प्राचार्य प्रभात गुप्ता बताते हैं कि उन्हें जिला प्रशासन के अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिलता है.
  • प्रिंसिपल ने बताया कि उन्होंने खुद यहां से पढ़ाई की थी. यहां पढ़ने वाले कई बच्चे प्रशासनिक अफसर हैं, डॉक्टर हैं, तो किसी ने शिक्षा के क्षेत्र में सफलता पाई है.

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