कबीरधाम: जिले में बीते दिनों आ रहे कोरोना से मौत के आंकड़े डराने वाले हैं. अब तक जिले में कोरोना से 123 लोगों की मौत हो चुकी है. ज्यादातर मौतें 15 दिनों में हुई है. मरने वालों में अधिकतर ऑक्सीजन व वेंटीलेटर की कमी के कारण मौत हुई है. क्योंकि जिले के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड फुल है. इसके साथ ही वेंटिलेटर भी उपलब्ध नहीं है. हालांकि जिला अस्पताल में 7 वेंटिलेटर मशीन उपलब्ध है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण एक साल से वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं.
कवर्धा जिला अस्पताल में वेंटिलेटर धूल खा रहे वेंटिलेटर
बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग के CMHO ने पत्रकार वार्ता के बीच इस बात का दावा किया था कि सभी वेंटिलेटर चल रहें है, लेकिन कोरोना काल में लगातार मरीज बढ़ने के बाद भी जब वेंटिलेटर का उपयोग नहीं किया गया तो स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खुल कर सामने आ गई. वेंटिलेटर चलाने के लिए आज तक एक भी ऑपरेटर नहीं होने के कारण मशीन कबाड़ की तरह पड़ी हुई है.
कवर्धा: पंडरिया थाना प्रभारी ने गाना गाकर लोगों का मनोबल बढ़ाया
अब कर्मचारियों को दिला रहे प्रशिक्षण
जिले में जिस तरह से कोरोना महामारी से लोगों की मौत हो रही है. उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग साल भर से वेंटिलेटर ऑपरेटर की व्यवस्था नहीं कर पाया है. हालांकि अब कोरोना के 3 हजार 800 मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन वेंटिलेटर ऑपरेट करने के लिए रायपुर के अस्पतालों से संपर्क कर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का दावा कर रहा है. लेकिन कर्मचारियों के प्रशिक्षण अभी तक शुरू नहीं हुआ है. यानी जिले के मरीजों को अभी भी और इंतजार करना पड़ेगा.
कवर्धा जिला अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं सांसद ने कार्रवाई की मांग की
इस पूरे मामले में राजनादगांव सांसद संतोष पांडे ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक तरफ लोगों को वेंटिलेटर नहीं मिलने से उनकी मौत हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ वेंटिलेटर को कबाड़ बना कर रख दिया गया है. उन्होंने इस पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है. कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा इस चूक को जल्द ही सुधारने की बात कह रहे हैं.
कवर्धा में कोरोना के मामले
कवर्धा जिले में 24 घंटे में कोरोना के 283 नए केस सामने आए है. जबकि 6 लोगों की मौत हुई है. जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 3684 पहुंच गई है. कोरोना से मरने वाले की कुल संख्या 123 पहुंच चुकी है. लगातार मौत की खबर सुनकर लोग डिप्रेशन में आ रहे हैं. ऐसे मे लोगों को जागरूक करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए पंडरिया थाना प्रभारी की ये पहल काबिले तारीफ है.