जशपुर:जिले के मनोरा पुलिस ने शासकीय पैसे के गबन मामले में सरपंच को गिरफ्तार किया है. पुलिस की मानें तो आरोपी सरपंच ने सचिव के साथ मिलकर धोखाधड़ी करते हुए सरकारी पैसे की हेराफेरी की थी. मामला दर्ज होने के बाद आरोपी सरपंच 3 साल से फरार चल रहा था. जिसे गिरफ्तार कर लिया गया (Sarpanch arrested in jashpur) है.
ये है मामला
17 फरवरी 2018 को पूर्व CEO मनोरा योगेन्द्र श्रीवास ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि 6 नवंबर 2015 से 19 अप्रैल 2017 के बीच ग्राम पंचायत कांटाबेल मनोरा के सरपंच लक्ष्मण राम और सचिव द्वारा शासकीय राशि में अनियमिता करने के संबंध में ग्रामवासी और पंचों के माध्यम से शिकायत कलेक्टर को किया गया था. जिसकी जांच परमेश्वर मंडावी नायब तहसीलदार मनोरा और माधव शर्मा पंचायत निरीक्षक मनोरा के द्वारा द्वारा की गई थी.
इस जांच में सरपंच लक्ष्मण राम प्रधान एवं सचिव द्वारा प्रावधानों के अनुरूप ग्राम पंचायत के दायित्वों का निर्वहन नहीं कर वर्ष 2015-16 एवं 2016-17 में ग्राम पंचायत कांटाबेल में विभिन्न मदों में कुल रू. 20,15,289 /- (बीस लाख पंद्रह हजार दो सौ नवासी रूपया) आबंटित किया गया, जिसमें ग्राम पंचायत कांटाबेल द्वारा जून 2015-16 से अक्टूबर 2016 तक कुल रू. 18,71,557 /- (अट्ठारह लाख इकहत्तर हजार पॉच सौ संतावन) रूपये खर्च किया गया. जिसमें ग्राम सरपंच एवं सचिव बगैर प्रस्ताव के रू 4,23,957 /-(चार लाख तेईस हजार नौ संतावन) रू. का आहरण भुगतान किया गया.
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आरोपी गिरफ्तार
सरपंच और सचिव के द्वारा बगैर निर्माण कार्य किये रू. 1,97,000 /- का आहरण कर गबन किया गया, जो वसूली योग्य राशि रू. 6,20,957 रूपये है. उपरोक्त वसूली राशि का सत्यापन किये जाने पर रू. 309357 रू. (तीन लाख नौ हजार तीन सौ संतावन रू.) शासकीय राशि का गबन सरपंच लक्ष्मण राम प्रधान एवं सचिव के द्वारा एक राय होकर योजनाबद्ध तरीके से धोखाधड़ी कर गबन किया गया है. मनोरा CEO की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इस दौरान आरोपी सरपंच फरार हो गया था. आरोपी सचिव की मृत्यु हो चुकी थी. मामले में पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर आरोपी सरपंच लक्ष्मण राम प्रधान के निवास में आने की सूचना मिलने पर घेराबंदी कर आरोपी लक्ष्मण राम प्रधान को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है.