जशपुर: आत्महत्या के मामले में पूरे देश में छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर है. एक सर्वे के मुताबिक आत्महत्या करने वालों में सबसे ज्यादा 14 से 23 साल तक के युवा बताये जा रहे हैं. पढ़ाई में फेल होना, इच्छापूर्ति न कर पाना और बेरोजगारी को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है.
आत्महत्या के मामले में देश में इस नंबर पर है छत्तीसगढ़, पढ़ें - suicide attempt
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे आत्महत्या के मामलों पर मीडिया को संवेदनशील बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक कार्यशाला का आयोजन किया.
आत्महत्या के कारणों पर शोध करने वाले समाज सेवी और सीएफएआर विशेषज्ञ नदीम अहमद ने आत्महत्या और उसके कारणों पर चर्चा के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया था. जिसमें शहर के कई विशेषज्ञ शामिल हुए और अपने विचार रखे.
जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मीडिया प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजना किया गया था. यहां आत्महत्या की रोकथाम में मीडिया की भूमिका पर चर्चा की गई. सीएफएआर संस्था के विशेषज्ञ नदीम अहमद ने मीडिया प्रतिनिधियों को सुझाव दिया कि आत्महत्या जैसे खबरों को मीडिया द्वारा सनसनीखेज न बनाकर सामान्य रूप से दिखाएं. कार्यशाला में पुलिस अधिक्षक शंकर लाल बघेल और सीएमएचओ एमएस पैकरा ने भी हिस्सा लिया.