जांजगीर-चांपा: नगर पालिका जांजगीर-नैला में जल आवर्धन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है. इसके माध्यम से शहर के सभी घरों में पानी पहुंचने का दावा जिला प्रशासन कर रही है. इस योजना के क्रियान्वयन के लिए शासन से लगभग 32 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई थी. कार्य का ठेका मल्टी अर्बन इन्फ्रा सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है.
जल आवर्धन योजना की जानकारी आदिवासी महिलाओं की बदल रही जिंदगी, प्राकृतिक साबुन बनाकर संवार रही जिंदगियां
क्या है योजना?
इस कार्य के लिए शासन ने 32 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है. हसदेव नदी से शहर के पच्चीस वार्डो में 90 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछनी है. वहीं नदी से पानी लाने के लिए बिरगहनी के पास देवरहा में इंटकवेल बनाना है. साथ ही फिल्टर प्लांट का निर्माण भी होना है. रेल लाइन के किनारे पाइप लाइन के जरिए फिल्टर प्लांट से पानी शहर की टंकी में पहुंचेगी. इसके लिए शहर में दो जगह पर 9 लाख और 24 लाख लीटर क्षमता की पानी टंकी भी बनेगी. जहां से पाइप लाइन के जरिए शहर के घरों में पानी पहुंचेगा.
'महिलाओं में सहनशक्ति के साथ ही बेहतर प्लानिंग की क्षमता'
हर घर तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य
इससे पहले भी नलजल योजना के अंतर्गत करोड़ों रूपए जिला प्रशासन ने बहाए हैं. लेकिन शहर को लोगों को पानी नहीं मिल सका था. इस मामले में नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि आने वाले डेढ़ साल तक नगर वासियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा. अबतक 60 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है. बता दें कि जिला मुख्यालय जांजगीर में निवास करने वाले 50 हजार लोगों की प्यास बुझाने के लिए जल आवर्धन योजना के तहत चांपा से गुजरने वाली हसदेव नदी से जिला मुख्यालय जांजगीर के प्रत्येक घरों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.