जांजगीर-चांपा : अवैध धान भंडारण के खिलाफ जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम की कार्रवाई से व्यापारियों में डर का माहौल बन गया है. छोटे व्यापारियों का आरोप है कि 'आंकड़े बढ़ाने के फेर में गल्ला व्यापारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है'.
कार्रवाई से छोटे व्यापारी परेशान हैं रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए धान बेचकर घर की जरूरत पूरा करने वाले किसानों का धान अब नहीं बिक रहा है. क्योंकि व्यापारी धान खरीदने से घबरा रहे हैं.
कार्रवाई रोकने की मांग
जिला प्रशासन नियमों का हवाला देकर कार्रवाई नहीं रुकने की बात कह रहा है. वहीं व्यापारी संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई रोकने की मांग की है.
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निर्देशानुसार हो रही कार्रवाई
राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के पंजीकृत 121 सेवा सहकारी समितियों के 208 खरीदी केन्द्रों में एक दिसम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी होगी. शासन के निर्देशानुसार पंजीकृत किसानों की उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए बिचौलियों, कोचियों और अवैध भंडारण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
धान बेचकर सामान खरीदते है ग्रामीण
व्यापारियों का कहना है कि 'अधिकारी दुकानदारों के घरों में छापा मारकर धान की जब्ति कर रहे हैं. इसकी वजह से सभी गल्ला व्यापारियों का व्यापार बंद हो चुका है. साथ ही सभी व्यापारियों में डर का माहौल है. ग्रामीण क्षेत्रों में किसान छोटी-मोटी जरुरतों के लिए धान बेचकर सामान खरीदी करते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में धान ही विनियम का एकमात्र माध्यम है.