जांजगीर चांपाः जिले से एक अच्छी खबर है. बोर्ड परीक्षाओं में नकलचियों की संख्या में भारी गिरावट देखी जा रही है. पहले जहां माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षाओं में भारी संख्या में नकल प्रकरण बनते थे. वहीं इस बार ऐसे मामलों की संख्या शून्य है.
परीक्षा का अंतिम दौर चल रहा है. सभी मुख्य पेपर लगभग खत्म होने की ओर हैं. ऐसे में विभाग भी राहत महसूस कर रहा है. वहीं छात्रों की लगन और मेहनत भी नजर आने लगी है, जिसका परिणाम है कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का उपयोग बंद हो चुका है.
5 साल पहले तक था बदनाम
दरअसल, 5 साल पहले तक जांजगीर-चांपा नकल के गढ़ के रूप में बदनाम था. सैकड़ों मामले हर साल उजागर होते थे, जिससे न सिर्फ जिले की बदनामी होती थी बल्कि विभाग के अधिकारियों पर भी लापरवाही के आरोप लगते थे.
52 हजार 521 परीक्षार्थी शामिल
शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे शिक्षा गुणवत्ता अभियान और छात्रों की मेहनत का परिणाम है कि अब धीरे-धीरे ही सही मगर जिले से नकल का कलंक धुलने लगा है. बता दें कि मौजूदा साल मे 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में जिले के 218 परीक्षा केंद्रों में 52 हजार 521 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं. वहीं लगभग दो दर्जन उड़नदस्ता टीमें लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं.