जांजगीर चांपा: नवागढ़ ब्लॉक के बुडेना गांव में राष्ट्रीय बाल दिवस पर विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया. बाल दिवस के अवसर पर आयोजित सभा में ग्रामीणों ने चाचा नेहरू को याद किया और गांव के देह दानी गुलाब सिंह को भी याद किया गया. उनकी ओर से चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को बच्चों के साथ जन जन तक पहुंचने के लिए गांव के शासकीय हाई स्कूल का नाम गुलाब सिंह के नाम करने का प्रस्ताव पारित किया गया. ग्राम सभा के इस प्रस्ताव से डॉ. गुलाब सिंह के परिजन काफी खुश है और ग्रामीणों के इस प्रस्ताव के लिए धन्यवाद दे रहे हैं.
गुलाब सिंह के नाम होगा गांव का हाई स्कूल का नाम चिकित्सकीय कार्य करने का लिया निर्णय
नवागढ़ ब्लॉक के बुडेना गांव में पैदा हुए ठाकुर गुलाब सिंह का जन्म 1934 में हुआ था. उनके पिता आयुर्वेद चिकित्सा की जानकारी रखते थे और पुस्तक भी आयुर्वेद की पढ़ते थे. उस समय क्षेत्र में शिशु मृत्यु दर बहुत ज्याद थी और स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी थी. इस चुनौती को गुलाब सिंह ने स्वीकार किया और आयुर्वेद में शिशु रोग विशेषज्ञ के साथ आयुर्वेद रत्न की शिक्षा ली और अपने ही गांव में चिकित्सकीय कार्य कर समाज सेवा की.
सिम्स अस्पताल प्रबंधन को सौंपा गया देहदान
ठाकुर गुलाब सिंह ने अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में भी समाज और चिकित्सा के बारे में विचार किया और सिम्स अस्पताल में जाकर अंतिम सांस लेने के 10 साल पहले ही अपना देह दान का निर्णय लिया. 2011 में डॉ. गुलाब सिंह का निधन हो गया और उनके इच्छा अनुरूप परिजनों ने उनका देह सिम्स अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया. गुलाब सिंह के चिकित्सा के क्षेत्र में अध्ययन के लिए किए गए कार्यों को ग्रामीणों ने समझा और बाल दिवस के अवसर पर ग्राम सभा के माध्यम से हाई स्कूल का नाम ठाकुर गुलाब सिंह का नाम करने का प्रस्ताव रखा. इस दिन को और भी यादगार बना दिया.
जांजगीर चांपा को किया गौरवान्वित
ग्राम पंचायत के सरपंच जगदीश कश्यप ने कहा स्वर्गिय ठाकुर गुलाब सिंह ने देहदान कर गांव के साथ जिले को भी गौरवान्वित किया है. देहदानी के नाम से अब बुडेना गांव को आसपास के क्षेत्र के लोग जानते हैं. अपने आने वाली पीढ़ी को उनके बारे में जानकारी देने के लिए ग्राम सभा में उपस्थित सैकड़ों लोगो की उपस्थिति में प्रस्ताव पारित किया गया है.
गुलाब सिंह के बेटों ने किया स्वागत
ग्राम सभा के इस प्रस्ताव से स्व. गुलाब सिंह के परिजनों ने भी स्वागत किया है. उनके बेटे अनिल सिंह और दिनेश सिंह ने कहा उनके पिता ने देह दान कर समाज और चिकित्सकों की मदद की है. जांजगीर चांपा में सबसे अलग दान देहदान किया. उनकी याद और किए गए कार्यों को अक्षुण बनाने के लिए ग्राम सभा में पारित प्रस्ताव का स्वागत किया.