जांजगीर-चांपा: जांजगीर-बिलासपुर नेशनल हाईवे 49 पर चेक प्वॉइन्ट बनाया गया है. जहां पर जांजगीर-चांपा और बिलासपुर पुलिस की संयुक्त तैनाती की गई है. यहां देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रवासी मजदूर आ रहे हैं, जो लॉकडाउन की वजह से मुसीबत में फंस गए हैं, लेकिन अब सरकार की थोड़ी ढील देने से अपने प्रदेश के लिए लौट रहे हैं.
मजदूरों से जब हमने बातचीत की, तो पता चला कि वह सब झारखंड और ओडिशा के हैं, जो अब अपने प्रदेश लौट रहे हैं. इनमें से जो झारखंड के मजदूर थे, उन्हें झारखंड सरकार वापस लाने के लिए बस भेजी है, जिसमें तकरीबन 22 मजदूर वापस जा रहे हैं. इन प्रवासी मजदूरों के साथ चाईबासा के तहसीलदार भी हैं, जो चाईबासा से बिलासपुर में फंसे मजदूरों को लेने आए हुए हैं.
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प्रवासी मजदूरों को मिला लाभ
झारखंड सरकार के उठाए गए कदम से प्रवासी मजदूरों को लाभ मिला, लेकिन ऐसी सबकी किस्मत नहीं होती है. एक नजारा ओडिशा के मजदूरों का भी देखने को मिला, जो साइकिल चलाकर अपने प्रदेश लौट रहे हैं. यह मजदूर जांजगीर चेक पॉइंट पर रुककर अपना दर्द बयां कर रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि वह साइकिल खरीद कर ओडिशा के लिए निकले हैं, जो कब पहुंचेंगे पता नहीं है.
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चेक प्वॉइंट पर पुलिस बल की तैनाती
जांजगीर-चांपा की एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह ने बताया कि चेक प्वॉइन्ट पर पुलिस बल और अधिकारियों की तैनाती की गई है. साथ ही डॉक्टरों की टीम भी यहां बैठेगी. इसके लिए टेंट लगाए जा रहे हैं, जिससे आने वाले समय में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रहे. इसके अलावा प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ राहगीरों को भी सुरक्षा मिल सके.