Conversion Politics In Bastar:धर्मांतरण पर बस्तर में फिर सियासी रार, लखमा के बाद सिंहदेव का बीजेपी पर अटैक
Conversion Politics In Bastar छत्तीसगढ़ में चुनावी साल में सियासत धर्मांतरण, लव जिहाद और डीलिस्टिंग के मुद्दे पर आगे बढ़ता जा रहा है. कुछ दिन पहले सुकमा के कोंटा से विधायक और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा था कि बस्तर में एक भी धर्मांतरण नहीं हुआ है. उस पर केदार कश्यप ने कहा कि एक दिन पहले सुकमा में गांव वालों ने मिशनरियों के लोगों को भगाया है. ऐसे में अगर सचमुच कवासी लखमा खुद को आदिवासी पुत्र मानते हैं तो इस्तीफा दें. इस मसले पर अब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की तरफ से बयान आया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास छत्तीसगढ़ में कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए वह इस तरह के मुद्दों को तूल दे रहे हैं .TS Singhdev targets BJP on conversion
धर्मांतरण पर बस्तर में फिर सियासी रार
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Published : Jun 26, 2023, 12:00 AM IST
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Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
धर्मांतरण पर बस्तर में फिर सियासी रार
बस्तर: बस्तर में धर्मांतरण के मुद्दे पर सियासी तापमान चढ़ चुका है. यहां लगातार बीजेपी की तरफ से धर्मांतरण की बात कही जा रही है. दूसरी तरफ कांग्रेस की तरफ से बीजेपी के इन सभी आरोपों पर पलटवार होता है. ताजा मामला आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बीजेपी नेता केदार कश्यप के बीच जुबानी जंग का है. इस जंग में अब स्वास्थ्य मंत्री भी कूद गए हैं.
" सुकमा में शुक्रवार को गांव वालों ने मिशनरियों को भगाया है. अगर यह घटना सच है और लखमा सच में आदिवासी पुत्र हैं तो वह तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे दें. पूरी कांग्रेस पार्टी का धर्मांतरण हो चुका है. मंत्री लखमा के क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा धर्मांतरण हो रहा है": केदार कश्यप, बीजेपी नेता
बीजेपी के नेताओं की बातें खोखली है. सिंहदेव ने मीडिया के सामने अपने कुर्ते की बटन खोलते हुए एक लॉकेट दिया और कहा कि ये लोग मुझे किस धर्म का मान रहे हैं. बताइए मैं किस धर्म का हूं. बीजेपी वाले खोखली बाते करते हैं. बीजेपी के पास पूरे प्रदेश में कोई भी मुद्दा नहीं बचा है. बीजेपी के लोग धर्म के नाम पर देश में लोगों की भावना को बदलकर सत्ता में आए हैं. छत्तीसगढ़ में कोई मुद्दा नहीं है. इसीलिए इसे तूल दे रहे हैं: टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़
धर्मांतरण पर लखमा ने क्या कहा था: बस्तर में धर्मांतरण को लेकर मंत्री कवासी लखमा ने बीते दिनों बीजेपी को एक बार फिर चुनौती दी. उन्होंने कहा कि" बीजेपी का सिर्फ एक काम है. लोगों के बीच में फूट डालो और राज करो. बीजेपी लगातार झूठ बोलकर फूट डालने का काम कर रही है. धर्मांतरण की बात पर मैंने विधानसभा में बीजेपी नेताओं को चुनौती दी थी कि पूरे छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार के कार्यकाल में एक भी धर्मांतरण नहीं हुआ है. बस्तर में भी एक भी धर्मांतरण नहीं हुआ है. बीजेपी के लोग साबित कर दें कि, बस्तर में धर्मांतरण हुआ है. तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. ये लोग मेरी चुनौती को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं"
धर्मांतरण पर बस्तर में हावी है राजनीति: इस तरह अब धर्मांतरण पर बस्तर के दो नेताओं के बीच छिड़ी सियासी लड़ाई में टीएस सिंहदेव ने करारा प्रहार बीजेपी पर किया है. बस्तर दौरे के दौरान उन्होंने बीजेपी पर हमला किया है. सभी नेता जानते हैं कि बस्तर सत्ता की कुंजी है. यहां की 12 सीटों पर जिसका कब्जा होता है. उसे चुनाव में बढ़त मिल जाती है. ऐसे में सभी नेता यहां के आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को साधने में जुट गई है.
बस्तर में कांग्रेस का बूथ चलो अभियान: टीएस सिंहदेव बस्तर में बूथ चलो अभियान की तैयारी को लेकर पहुंचे थे. 26 जून से बस्तर से बूथ चलो अभियान शुरू हो रहा है. इस अभियान में पार्टी के सभी सीनियर नेताओं को प्रभारी बनाया गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भानुप्रतापपुर विधानसभा में इस अभियान की अध्यक्षता करेंगे. चरणदास महंत बस्तर विधानसभा में बूथ चलो अभियान में शामिल होंगे. कांग्रेस छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा कांकेर और जयसिंह अग्रवाल केशकाल में बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की बैठक लेंगे. तो वहीं कोंडागांव में प्रेमसाय सिंह टेकाम, अंतागढ़ में अनिला भेड़िया, नारायणपुर में सांसद दीपक बैज, चित्रकोट विधानसभा में टीएस सिंहदेव, दंतेवाड़ा में कवासी लखमा, कोंटा विधानसभा में फूलोदेवी नेताम और बीजापुर में शिव कुमार डहरिया मौजूद रहेंगे.