जगदलपुर: राजधानी में स्काई वॉक का मुद्दा गरम है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने स्काई वॉक ओवर ब्रिज को तोड़े जाने का विरोध करते हुए कहा कि इसके लिए कोई और विकल्प तलाशना चाहिए.
'स्काई वॉक को तोड़ना पैसों की बर्बादी, कोई और विकल्प तलाशे सरकार' अजीत जोगी ने कहा कि जिस दिन स्काई वॉक ओवर ब्रिज बनने मंजूरी मिली थी उसी दिन उन्होंने और उनकी पत्नी रेणु जोगी ने बयान दिया था कि इसे नहीं बनाना चाहिए. क्योंकि इस ब्रिज का कोई मतलब नहीं है.
जोगी ने कहा कि तत्कालीन भाजपा सरकार लोगों को पैदल चलने के लिए 100 करोड़ रुपए फिजूल खर्च कर रही है और वह ऐसा स्काई वॉक ओवर ब्रिज है, जहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होगा और वहां से गुजरने वाली महिलाएं सुरक्षा के अभाव में असुरक्षित होंगी और छेड़खानी जैसी घटनाएं हो सकती हैं.
जोगी ने कहा कि यह ब्रिज पूरी तरह से अनावश्यक है. बावजूद इसके भाजपा सरकार ने इसका निर्माण कराकर अभी तक करोड़ों रुपए की फिजूलखर्ची कर दी. इस ब्रिज पर अब इतना खर्च कर दिया गया है तो वर्तमान सरकार को इस ओवरब्रिज को न तोड़ कर कोई दूसरा रास्ता निकाले.