जगदलपुर- छत्तीसगढ़ का नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात इस समय पूरे उफान पर है. बस्तर में 72 घंटे से जारी बारिश के कारण इंद्रावती नदी लबालब है, जिससे विश्व प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात का खूबसूरत नजारा देखने को मिल रहा है, लेकिन दूसरी ओर एक ऐसी तस्वीर भी नजर आ रही है, जिसे देख नदी-नालों की सफाई पर गंभीरता से सोचना पड़ेगा.
चित्रकोट जलप्रपात प्लास्टिक प्रदूषण की मार झेल रहा है कचरे का ढेर जमा
जलप्रपात की दूसरी ओर लगभग सौ मीटर की दूरी तक कचरे का ढेर जमा हो गया है, जहां नजर दौड़ाए वहां प्लास्टिक की बोतलों, पॉलीथिन और कचरे का ढेर दिखाई दे रहा है, जो जलप्रपात की खूबसूरती पर दाग लगा रहे हैं.
पर्यटकों में निराशा
प्रशासन और पर्यटन विभाग भी नदियों की सफाई और पर्यावरण को सुरक्षित रखने में नाकाम साबित हो रहा है. चित्रकोट जलप्रपात पहुंचने वाले पर्यटकों को चित्रकोट का यह दूसरा नजारा भी देखना पड़ रहा है, जिससे पर्यटक निराश हैं.